AP EAMCET 2024: परिणाम और रैंक कार्ड की पूरी जानकारी
आंध्र प्रदेश इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर और फार्मेसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (AP EAMCET) 2024 के परिणाम और रैंक कार्ड जारी कर दिए गए हैं। जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (JNTU), अनंतपुर द्वारा आयोजित इस परीक्षा के परिणाम की घोषणा होते ही छात्र-छात्राओं के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है। यह परीक्षा हर साल हज़ारों विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण मौका होता है, जिससे वे राज्य के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग, फार्मेसी और एग्रीकल्चर कॉलेजों में दाखिला लेने के योग्य होते हैं।
इस साल की परीक्षा से संबंधित सभी प्रमुख जानकारी अब सार्वजनिक की जा चुकी हैं। कुल 322 कॉलेज इस प्रवेश परीक्षा में भाग ले रहे हैं, और वे छात्र जो कट-ऑफ मार्क्स से अधिक अंक अर्जित करेंगे, वे इन कॉलेजों में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा 18 से 23 मई, 2024 तक आयोजित की गई थी एवं इसके संभावित उत्तर कुंजी 24 मई को जारी कर दी गई थी।
रैंक कार्ड कैसे डाउनलोड करें?
अधिकारीक वेबसाइट (cets.apsche.ap.gov.in) पर जाकर, छात्र अपना रैंक कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए उनको अपना रजिस्ट्रेशन नंबर, रोल नंबर और पासवर्ड दर्ज करना होगा। रैंक कार्ड में उनकी परीक्षा की स्थिति, कट-ऑफ अंक और प्राप्त अंक दर्शाए गए होंगे।
परिणामों के आधार पर काउंसलिंग
परीक्षा में किसी भी छात्र का चयन केवल उसके लिखित परीक्षा के अंक और कक्षा 12वीं के अंकों के मिश्रण से होता है। कुल अंकों में से 25% अंक (40 अंक) प्राप्त करना अनिवार्य है ताकि छात्र काउंसलिंग के लिए पात्र हो सकें। सफल अभ्यर्थियों को काउंसलिंग दौर के लिए आमंत्रित किया जाएगा, जिसमें उनकी पसंदीदा कॉलेजों और कोर्सों का चयन किया जाएगा।
परीक्षा के बाद की महत्वपूर्ण तिथियां
जो उम्मीदवार उत्तर कुंजी के बारे में आपत्ति दर्ज कराना चाहते थे, उन्होंने 26 मई तक अपने आपत्तियां प्रस्तुत कीं। यह आपत्तियां परिणाम तैयार करते समय मानी गई हैं।
चूंकि अब सभी उम्मीदवारों के लिए रैंक कार्ड जारी कर दिए गए हैं, इसलिए अगले चरण में काउंसलिंग की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे समय-समय पर आधिकारिक वेबसाइट चेक करते रहें ताकि किसी भी महत्वपूर्ण सूचना या तिथि को वे मिस न करें।
क्या है AP EAMCET परीक्षा?
AP EAMCET आंध्र प्रदेश राज्य में प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली एक प्रवेश परीक्षा है। इस परीक्षा का आयोजन आंध्र प्रदेश स्टेट काउंसिल ऑफ हायर एजुकेशन (APSCHE) द्वारा किया जाता है। यह परीक्षा इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर और फार्मेसी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए ली जाती है। इसके अंतर्गत विद्यार्थियों को निर्धारित विषयों में प्रश्नों का उत्तर देना होता है।
काउंसलिंग के लिए आवश्यक दस्तावेज
काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान अभ्यर्थियों को कुछ आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होते हैं। इनमें उनकी आयु प्रमाण पत्र, मार्क शीट्स, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो), निवास प्रमाण पत्र एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज शामिल होते हैं। अभ्यर्थियों को पहले से ही अपने दस्तावेज तैयार रखने चाहिए ताकि काउंसलिंग के समय किसी प्रकार की असुविधा ना हो।
कैसे करें तैयारी?
AP EAMCET की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को अगले कदम के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके लिए वे पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अध्ययन कर सकते हैं, अपनी विषय वस्तु को मजबूत कर सकते हैं और अधिक से अधिक मॉक टेस्ट दे सकते हैं।
विद्यार्थियों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि काउंसलिंग के समय उन्होंने जिन कोर्स और कॉलेज का चयन किया है, वे उनके भविष्य की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हो सकते हैं। इसलिए सही निर्णय लेना अति महत्वपूर्ण है।
एक टिप्पणी लिखें
आपकी ईमेल आईडी प्रकाशित नहीं की जाएगी.
12 टिप्पणि
रैंक कार्ड डाउनलोड कर लिया, अब बस काउंसलिंग का इंतज़ार है।
इस साल कटऑफ बहुत ऊपर जा रहा है, जो लोग अच्छे मार्क्स लाए हैं उनके लिए तो बहुत अच्छी बात है।
ये सब बकवास है, हमारे देश में इंजीनियरिंग का कोई मतलब नहीं, बस पढ़ाई का नाम लेकर टाइम बर्बाद कर रहे हो।
काउंसलिंग के लिए दस्तावेज़ तैयार रखने की बात कर रहे हो, लेकिन ज्यादातर लोगों के पास ये दस्तावेज़ ही नहीं होते।
परीक्षा के बाद काउंसलिंग की प्रक्रिया बहुत ही संगठित तरीके से चल रही है। इसके लिए एपीएससीएचई को बधाई।
इंजीनियरिंग का रास्ता अब बहुत भारी हो गया है, बस एक नंबर के लिए जीवन बर्बाद कर देते हैं। क्या यही हमारा भविष्य है?
मैंने रैंक कार्ड डाउनलोड किया, अभी तक नहीं समझ पाया कि मैं कहाँ जा रहा हूँ।
काउंसलिंग शुरू हो गई तो लोग फिर से बेचैन हो जाएंगे जैसे कोई जन्मदिन का पार्टी में नहीं बुलाया गया हो
ये रैंक कार्ड तो बस एक ट्रेडमार्क है, असली जीत तो उस दिन होती है जब तुम अपने नंबर को देखकर खुश हो जाते हो।
मैंने इस परीक्षा को कई बार दिया है, और हर बार ये रैंक कार्ड देखकर लगता है जैसे कोई तुम्हें बता रहा हो कि तुम कहाँ हो और कहाँ जा रहे हो। ये नंबर बस एक नंबर नहीं, एक सफर है।
कुछ लोग कहते हैं कि ये सिस्टम बेकार है, लेकिन जब तक हमारे देश में इतने सारे छात्र हैं और इतने कम कॉलेज हैं, तब तक कुछ न कुछ फिल्टर तो होना ही पड़ेगा।
मैंने अपने भाई को तैयार किया था, उसने अच्छा स्कोर किया, अब वो जैसे एक नया इंसान बन गया है।
काउंसलिंग के दौरान अगर किसी को अपना पसंदीदा कॉलेज नहीं मिला, तो उसे गुस्सा नहीं, बल्कि नया रास्ता ढूंढना चाहिए।
मैंने देखा है कि कई लोग जिन्हें इंजीनियरिंग नहीं मिली, वो फार्मेसी या एग्रीकल्चर में गए और अब उनकी जिंदगी बहुत बेहतर है।
एक नंबर तुम्हारी पहचान नहीं है, तुम्हारी मेहनत है।
अगर तुमने इस परीक्षा में अच्छा परफॉर्म किया है, तो बस खुश रहो, अगर नहीं किया, तो जीवन अभी शुरू हुआ है।
कुछ लोग कहते हैं कि ये सिस्टम अन्यायपूर्ण है, लेकिन ये अन्याय तो हर जगह है।
मैंने अपने दोस्त को देखा, जिसने इंजीनियरिंग में नहीं बना, लेकिन आज एक बहुत बड़ा स्टार्टअप चला रहा है।
ये नंबर तो बस एक दरवाज़ा है, उसके बाद का रास्ता तुम खुद बनाओगे।
हर बार जब मैं रैंक कार्ड देखता हूँ, तो लगता है जैसे कोई तुम्हें एक नया जन्म दे रहा हो।
यहाँ तक कि रैंक कार्ड के डाउनलोड करने की प्रक्रिया में भी, एक अंतर्निहित अर्थ है: हम एक सिस्टम के भीतर जी रहे हैं, जो हमें नंबरों से पहचानता है... और फिर भी, हम उन नंबरों को अपनी पहचान बना लेते हैं।
आंध्र प्रदेश के शिक्षा प्रणाली का यह प्रयास अत्यंत प्रशंसनीय है। एक राज्य जो लाखों छात्रों के लिए एक समान और पारदर्शी प्रवेश प्रक्रिया प्रदान कर रहा है, यह भारत के शिक्षा क्षेत्र के लिए एक आदर्श है।