आईपिॊ अलॉटमेंट क्या है? सरल भाषा में समझाया
जब कोई कंपनी पब्लिक बनती है तो वह अपने नए शेयर जनता को बेचती है। आप भी इस प्रक्रिया में पैसा लगाते हैं, लेकिन आखिरकार आपके पास कितने शेयर आएँगे – यही बात आईपिॊ अलॉटमेंट कहता है। दो शब्दों में बतायें तो यह तय करता है कि आपने जितना भुगतान किया था, उसके बदले आपको कितना हिस्सा मिलेगा.
सब्सक्रिप्शन कैसे काम करता है?
पहला कदम – कंपनी का IPO खुलता है और आप ऑनलाइन या ब्रोकरेज के ज़रिए एप्लाई करते हैं। हर आवेदन में आप कितने शेयर चाहते हैं, उसका कुल मूल्य भरते हैं। फिर सभी इच्छुक निवेशकों की कुल माँग एक साथ जोड़ दी जाती है। इस कुल को बिड क्लोज़िंग कहा जाता है.
अब दो संभावनाएँ होती हैं: यदि कुल मांग आपके द्वारा पूछे गए शेयरों से कम है, तो आप अपनी पूरी माँग का पूरा हिस्सा पा लेंगे – इसे फुल अलॉटमेंट कहते हैं. अगर मांग बहुत ज़्यादा हो और शेयर सीमित हों, तो कंपनी एक रेशियो तय करती है, जैसे 2:1 या 5:1. इसका मतलब होगा कि हर दो (या पाँच) आवेदन में से केवल एक को ही शेयर मिलेंगे. यही प्रोरेशन अलॉटमेंट है.
नवीनतम IPO और अलॉटमेंट अपडेट
इस साल कुछ प्रमुख IPO ने खास ध्यान खींचा। उदाहरण के तौर पर Unimech Aerospace का IPO 23 दिसंबर से शुरू हुआ, शेयर प्राइस ₹745‑₹785 के बीच रखा गया और सब्सक्रिप्शन 90 गुना तक पहुंच गया. लिस्टिंग 31 दिसम्बर को BSE/NSE पर हुई. यदि आप इस IPO में भाग लिया था तो अब आपके अलॉटमेंट की स्थिति देख सकते हैं।
दूसरा बड़ा केस Waaree Energies का शेयर बूम है, जहाँ Q3FY25 के मजबूत नतीजों ने निवेशकों को आकर्षित किया. भले ही यह IPO नहीं था, पर इस कंपनी के शेयर खरीदने वाले अक्सर अलॉटमेंट प्रक्रिया समझना चाहते हैं क्योंकि भविष्य में नई इश्यू की संभावना रहती है.
आपका अलॉटमेंट देखने के लिये सबसे आसान तरीका है अपने डीमैट अकाउंट या ब्रोकरेज पोर्टल पर लॉगिन करना. “IPO Allotment” या “Allotment Status” सेक्शन में आपका आवेदन नंबर और शेयर संख्या दिखेगी. अगर आप रेज़रवेशन लिस्ट में हैं, तो अक्सर आपको अतिरिक्त शेयर मिल सकते हैं, इसलिए नियमित चेक करते रहें.
ध्यान रखें – अलॉटमेंट मिलने पर शेयर तुरंत ट्रेडिंग नहीं होते. अधिकांश IPO में ‘listing date’ से पहले एक lock‑in period रहता है, खासकर यदि आप फॉर्म 3A/3B के तहत आवेदन कर रहे हैं. इस समय में आप शेयर बेच नहीं पाएंगे.
क्या आपको पता था कि कुछ ब्रोकरेज प्लेटफ़ॉर्म अलॉटमेंट की सूचना ईमेल या SMS के ज़रिए भेजते हैं? इससे आप जल्दी से कार्रवाई कर सकते हैं, जैसे अगर आप अतिरिक्त शेयर चाहते हों तो बिड अपग्रेड कर सकें.
आखिर में, आईपिॊ अलॉटमेंट को समझना आपके निवेश को सुरक्षित रखने का पहला कदम है. सही जानकारी, समय पर चेकिंग और ब्रोकरेज की मदद से आप अपने अधिकारों को आसानी से देख सकते हैं. अगर कोई नया IPO आने वाला हो तो इस गाइड को फिर पढ़ें – इससे आपको फिर भी वही स्पष्टता मिलेगी.

आर्केड डेवेलपर्स आईपीओ अलॉटमेंट: जानिए कैसे चेक करें अलॉटमेंट स्टेटस
आर्केड डेवेलपर्स आईपीओ का अलॉटमेंट 20 सितम्बर को तय किया जाएगा। आईपीओ ने निवेशकों से भारी प्रतिक्रिया प्राप्त की, कुल 2,52,97,38,200 शेयरों के लिए बोली लगी। आईपीओ की कीमत 121-128 रुपये प्रति शेयर थी। निवेशक वेबसाइट्स के माध्यम से अलॉटमेंट स्थिति की जांच कर सकते हैं।