अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: क्या है, क्यों मनाते हैं और कैसे करें
हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. भारत ने 2014 में इस दिन को यूएन के साथ मिलकर तय किया था. तब से दुनियाभर के लोग सुबह‑शाम अपने घर या पार्क में योग करके शरीर और दिमाग दोनों को ताज़ा महसूस करते हैं. अगर आप भी सोच रहे हैं कि यह दिन क्यों खास है, तो पढ़िए आगे.
योग के मुख्य लाभ
पहला फायदा है शारीरिक स्वास्थ्य. नियमित आसन से हड्डी‑मज्ज़ा मजबूत होता है, पीठ दर्द कम होता है और वजन कंट्रोल में रहता है. दूसरा, मन की शांति – प्राणायाम और ध्यान करने से तनाव घटता है, नींद सुधरती है और काम पर फोकस बढ़ता है. तीसरा, ऊर्जा स्तर बढ़ता है. जब शरीर में रक्त‑प्रवाह सही रहता है तो आप दिन भर ऊर्जावान महसूस करते हैं.
इन लाभों को देख कर कई कंपनियों ने ऑफिस में छोटी-छोटी योग सत्र रखे हैं और स्कूल भी बच्चों के रोज़मर्रा की रूटीन में योग जोड़ रहे हैं. इसका मतलब सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी यह बदलाव चल रहा है.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कैसे मनाएँ
सबसे आसान तरीका है घर पर 15‑20 मिनट का सत्र तय करना. आप सूर्य नमस्कार से शुरू कर सकते हैं; ये पूरे शरीर को स्ट्रेच करता है और रक्त‑प्रवाह बढ़ाता है. अगर शुरुआती हों तो हर आसन को दो‑तीन बार रखें, धीरे‑धीरे गिनती बढ़ाएँ.
अगर आपके पास जगह नहीं, तो कमरे के एक कोने में मैट बिछा कर बैठें, गहरी सांस लें और पाँच मिनट का ध्यान करें. मोबाइल पर मुफ्त योग वीडियो देख सकते हैं – कई चैनल विशेष रूप से इस दिन के लिए क्लासेज़ लाते हैं.
समुदाय स्तर पर भाग लेना भी बढ़िया होता है. स्थानीय पार्क या सामुदायिक केंद्र में आयोजित समूह सत्रों में शामिल हों. ये सत्र अक्सर बच्चों, बुजुर्ग और शुरुआती लोगों को ध्यान में रखकर बनते हैं, तो कोई डर नहीं.
अंत में एक छोटा टिप: योग करने के बाद हल्का नाश्ता रखें – फल या दही। इससे शरीर को मिलने वाली पोषक‑तत्वों से प्रभाव बढ़ता है. इस तरह आप अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि अपने स्वास्थ्य का नया अध्याय बना सकते हैं.

प्रधानमंत्री मोदी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर से करेंगे नेतृत्व
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 जून को श्रीनगर से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का नेतृत्व करेंगे। यह आयोजन शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में होगा जहां सैकड़ों लोग, खासकर खिलाड़ी, शामिल होंगे। इस वर्ष का थीम 'स्वयं और समाज के लिए योग' है। मंत्री प्रतापराव जाधव ने ग्राम प्रधानों को योग के प्रचार के लिए लिखा है। ब्रेल में कॉमन योग प्रोटोकॉल बुक भी जारी की गई है।