आर्थिक अपराध – आज के आर्थिक अपराधों पर पूरी जानकारी
क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे रोज़मर्रा की ख़बरें कितनी बार वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़ी होती हैं? इस टैग पेज में हम उन सभी खबरों को इकट्ठा करते हैं जो आपके पैसे, निवेश या करों को प्रभावित करती हैं। चाहे वह स्टॉक मार्केट की छुट्टियों का असर हो या बड़े बैंकों में हुए घोटाले, यहाँ हर प्रमुख घटना का सरल सारांश मिलेगा।
स्टॉक मार्केट हॉलिडे और ट्रेडिंग पर प्रभाव
अप्रैल 2025 में BSE और NSE ने महावीर जयंति, डॉ. अंबेडकर जयन्ती और गुड फ्राइडे जैसे राष्ट्रीय त्यौहारों के कारण तीन दिन की ट्रेडिंग बंद कर दी। इस कदम से इक्विटी, डेरिवेटिव और कमोडिटीज़ सेक्टर में वैल्यूएशन बदल गया। हफ़्ते‑की एक्सपायरी और सेट्लमेंट टाइमलाइन भी प्रभावित हुए, जिससे कई निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का पुनर्मूल्यांकन करना पड़ा। इस तरह की छुट्टियों के कैलेंडर को समझना जरूरी है ताकि अनावश्यक जोखिम से बचा जा सके।
बैंकरपसी और नियामक कदम
डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा टैरिफ बढ़ाने के बाद भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स ने 300 अंक से अधिक खोया, जबकि निफ्टी 80 अंकों तक गिरा। इस गिरावट का मुख्य कारण आयात शूल्क की वृद्धि और मौद्रिक नीति में बदलाव था। साथ ही, फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दर स्थिर रखने का निर्णय भी बाजार को थोड़ा संतुलित कर रहा है, लेकिन मुद्रास्फीति के दबाव अभी भी मौजूद हैं। निवेशकों को इन संकेतों को पढ़कर अपने एसेट अलोकेशन में सुधार करना चाहिए।
आर्थिक अपराध केवल बड़े स्कैम तक सीमित नहीं होते; छोटे‑छोटे धोखाधड़ी वाले केस भी रोज़मर्रा की जिंदगी में असर डालते हैं। उदाहरण के तौर पर, कई कंपनियों ने कर चोरी के लिए फर्जी इनवॉइस बनाकर राजस्व कमाया, जिससे सरकारी ख़ज़ाना प्रभावित हुआ। ऐसी गतिविधियां न केवल आर्थिक असमानता बढ़ाती हैं बल्कि सामान्य नागरिकों को भी नुकसान पहुंचाती हैं।
इसे रोकने के लिए नियामक संस्थाएं अधिक कड़ी जांच और पारदर्शिता की मांग करती हैं। अब कंपनियों को वार्षिक ऑडिट, डिजिटल पोर्टल पर रियल‑टाइम रिपोर्टिंग और सख्त पेनाल्टी का सामना करना पड़ता है। इन कदमों से धोखाधड़ी के जोखिम कम होते हैं, लेकिन सतर्क रहना अभी भी जरूरी है।
यदि आप वित्तीय सुरक्षा को लेकर सचेत हैं, तो कुछ आसान उपाय अपनाएँ: सभी लेन‑देनों की रसीदें रखें, अनजान लिंक्स या ईमेल से बचें, और नियमित रूप से अपने क्रेडिट स्कोर की जाँच करें। छोटी-छोटी सावधानियां बड़े नुकसान को रोक सकती हैं।
हमारा लक्ष्य है कि आप आर्थिक अपराधों के बारे में तुरंत जानकारी पाएं और समझदारी से कदम उठाएँ। इस टैग पर नई ख़बरें जोड़ते रहेंगे, इसलिए बार‑बार विज़िट करें या साइट की सर्च फंक्शन का इस्तेमाल करके अपनी रुचि की खबरें देखें। याद रखें—जैसे-जैसे आप जागरूक होते हैं, वैसे-वैसे आपके वित्तीय फैसले भी बेहतर बनते हैं।

पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा मामले में Shares Bazaar को SEBI ने रद्द किया पंजीकरण
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने Shares Bazaar नामक दलाल फर्म का पंजीकरण रद्द कर दिया है। यह कदम तब उठाया गया जब यह फर्म अवैध पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा (PMS) चला रही थी। बार-बार चेतावनी और नोटिस के बावजूद, फर्म ने SEBI के निर्देशों के पालन में विफल रही और अंततः नियामक के संपर्क में भी नहीं रही। इससे निवेशक हितों को सुरक्षित रखने के लिए SEBI की सख्त नीति सामने आती है।