बोनस शेयर: आसान समझ और आज की खबरें
अगर आप स्टॉक मार्केट में नए हैं तो "बोनस शेयर" शब्द सुनकर थोडा उलझन महसूस कर सकते हैं। दरअसल, बोनस शेयर कंपनी का वह तरीका है जिससे वो अपने मौजूदा शेयरधारकों को मुफ्त में अतिरिक्त शेयर देती है। इससे आपके पास पहले से रखे शेयरों की संख्या बढ़ जाती है, जबकि आपका कुल निवेश नहीं बदलता।
बोनस शेयर क्यों देते हैं कंपनियां?
कंपनी के पास अक्सर दो मुख्य कारण होते हैं: पहला, कमाई में वृद्धि हुई लेकिन रिटर्न पर असर कम दिख रहा हो। बोनस शेयर जारी करके कंपनी अपने ईपीएस (प्रति शेयर आय) को घटा देती है, जिससे शेयर की कीमत आकर्षक लगती है और निवेशकों का भरोसा बढ़ता है। दूसरा, अतिरिक्त पूंजी चाहिए होती है बिना नई धनराशि जुटाए। बोनस शेयर से बुक वैल्यू में सुधार भी होता है, जो भविष्य के फंडिंग या डिविडेंड देने में मदद करता है।
बोनस शेयर कैसे मिलते हैं?
जब कंपनी बोनस घोषणा करती है तो वह एक अनुपात बताती है, जैसे 1:2 यानी हर दो पुराने शेयर पर एक नया मुफ्त शेयर मिलेगा। इस प्रक्रिया को रजिस्ट्रेशन डेट और एक्स-डिविडेंड डेट से जोड़ा जाता है। आप अपने ब्रोकरेज पोर्टल में देख सकते हैं कि आपके खाते में कब नया शेयर जुड़ता है। ध्यान रखें, बोनस शेयर मिलने के बाद आपकी कुल होल्डिंग बढ़ेगी लेकिन मूल निवेश पर कोई अतिरिक्त खर्च नहीं आएगा।
कर की बात करें तो भारत में बोनस शेयरों पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगता जब तक आप उन्हें बेचते नहीं हैं। अगर आप इन्हें कुछ साल रख कर बेचते हैं, तो दीर्घकालिक या अल्पकालिक टैक्स नियम लागू होते हैं, उसी तरह जैसे सामान्य शेयर ट्रेडिंग में होता है।
आज के बाजार में कई कंपनियों ने बोनस घोषणा की है। उदाहरण के तौर पर, Waaree Energies ने हाल ही में अपने शेयरों में 14% की उछाल देखी, जबकि इसका बोनस शेयर नहीं दिया गया लेकिन निवेशकों को इस तरह की खबरें आकर्षित करती हैं। इसी तरह, कुछ छोटे‑मध्यम कंपनियां सालाना बोनस देती रहती हैं जिससे छोटे निवेशकों को जल्दी से पोर्टफोलियो बड़ा करने का मौका मिलता है।
बोनस शेयर लेने के बाद एक बात याद रखें: कीमत घट सकती है क्योंकि कुल शेयरों की संख्या बढ़ जाती है। लेकिन अगर कंपनी की बुनियादी स्थिति मजबूत है तो दीर्घकाल में यह आपके लिए फायदेमंद रहेगा। इसलिए बोनस मिलने पर तुरंत बेचने की बजाय कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट, प्रबंधन की योजना और बाजार स्थितियों को देखना चाहिए।
निवेश के टिप्स:
- बोनस शेयर वाली कंपनियों की पिछले 3‑5 साल की कमाई देखें। स्थिर या बढ़ती आय वाला कंपनी बेहतर होता है।
- बोनस से पहले और बाद में EPS (प्रति शेयर आय) पर ध्यान दें, इससे शेयर के मूल्य का वास्तविक प्रभाव समझ आएगा।
- अगर आप दीर्घकालिक निवेशक हैं तो बोनस को अपने पोर्टफोलियो में जोड़ें और समय‑समय पर रिव्यू करें।
- बोनस मिलने की घोषणा से पहले स्टॉक की कीमत अक्सर बढ़ती है, इसलिए एंट्री टाइम का ध्यान रखें।
संक्षेप में कहा जाए तो बोनस शेयर आपका निवेश बिना अतिरिक्त खर्च के बढ़ाने का आसान तरीका है। सही कंपनियों को चुनें, कंपनी के फंडामेंटल्स देखें और दीर्घकालिक सोच रखें। इस तरह आप अपने पोर्टफोलियो को ठोस बना सकते हैं और बाजार की अस्थिरता से बचाव कर सकते हैं।

सीडीएसएल के शेयरों में तेजी: बोनस शेयर के प्रस्ताव पर बोर्ड बैठक के बाद 10% से अधिक उछाल
सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीडीएसएल) के शेयरों में शुक्रवार, 28 जून 2024 को 10% से अधिक की तेजी आई, जब कंपनी ने घोषणा की कि उसका बोर्ड 2 जुलाई 2024 को बोनस शेयर जारी करने पर विचार करेगा। सीडीएसएल के शेयर 10.15% बढ़कर 2160 रुपये पर पहुंच गए, जबकि पिछला बंद भाव 2006.20 रुपये था।