झारखंड हाई कोर्ट – क्या है, कैसे चलता है और नई खबरें

अगर आप झारखंड में रह रहे हैं तो हाई कोर्ट आपका मुख्य कानूनी गेटवे है. यहाँ पर बड़े‑बड़े मामले सुने जाते हैं, अपील को सुनाया जाता है और न्याय की अंतिम आवाज़ मिलती है. अक्सर लोग पूछते हैं कि यह अदालत कहाँ स्थित है, कौन‑से केस इसमें आते हैं और कैसे फाइल करें. इस लेख में हम इन सवालों के आसान जवाब देंगे, साथ ही कुछ हालिया फैसलों पर भी नज़र डालेंगे.

मुख्य हालिया फैसले

पिछले महीने झारखंड हाई कोर्ट ने पर्यावरण संरक्षण से जुड़े एक केस में बड़ी राहत दी. एक उद्योग को जल प्रदूषण रोकने के लिए नई फ़िल्टरिंग तकनीक अपनाने का आदेश मिला, जिससे स्थानीय किसानों की फसल पर असर कम हुआ. उसी समय भूमि विवाद से जुड़ी सुनवाई में अदालत ने झूठे दस्तावेज़ पेश करने वाले वकील को सजा दिलाई, जो न्याय प्रणाली की पारदर्शिता को बढ़ावा देती है.

एक और उल्लेखनीय फैसला श्रमिक अधिकारों के बारे में आया. कोर्ट ने एक बड़ी कंपनी को अंशकालिक कर्मचारियों को स्थायी नौकरी देने का निर्देश दिया, जिससे कई परिवारों को आर्थिक सुरक्षा मिली. ये फैसले दिखाते हैं कि हाई कोर्ट न सिर्फ बड़े निगमों को बल्कि आम नागरिकों की आवाज़ भी सुनता है.

केस दाखिल करने की आसान प्रक्रिया

अगर आप कोई मामला दायर करना चाहते हैं तो सबसे पहले स्थानीय सिविल या फौजदारी न्यायालय में शिकायत लिखें. जब वह अदालत आपके केस को हाई कोर्ट तक ले जाने का फैसला करती है, तब आपको एक आवेदन फ़ॉर्म भरना होता है. इस फ़ॉर्म में अपने तथ्य, दस्तावेज़ और वकील की जानकारी दें. अब आप इसे ऑनलाइन पोर्टल (हाई कोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट) या सीधे कोर्ट के रजिस्ट्रार को दे सकते हैं.

फाइलिंग फीस केस की किस्म पर निर्भर करती है, लेकिन अधिकांश मामलों में यह 500 से 2000 रुपये के बीच रहती है. एक बार फ़ॉर्म जमा हो जाए तो आपका केस लिस्ट में आएगा और सुनवाई की तिथि तय होगी. आप कोर्ट के रूम नंबर और समय को ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं, जिससे अनावश्यक यात्रा बचती है.

ध्यान रखें कि सभी दस्तावेज़ सही फॉर्मेट में हों और आवश्यक हस्ताक्षर हों. अगर आप वकील नहीं रखते तो हाई कोर्ट की सहायता केंद्र से मुफ्त सलाह ले सकते हैं. ये केंद्र अक्सर हर हफ्ते खुले रहते हैं और आपके सवालों का सरल जवाब देते हैं.

सारांश में, झारखंड हाई कोर्ट न्याय पहुंचाने में मुख्य भूमिका निभाता है, हालिया फैसले सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालते हैं, और केस दायर करने की प्रक्रिया अब डिजिटल रूप से आसान हो गई है. अगर आप किसी भी कानूनी कदम के बारे में अनिश्चित हैं तो स्थानीय न्यायालय या कोर्ट हेल्पलाइन से संपर्क करें – यही सबसे तेज़ रास्ता है सही जानकारी पाने का.

झारखंड हाई कोर्ट ने विधानसभा नियुक्ति घोटाले की जांच के लिए CBI को सौंपा केस

झारखंड हाई कोर्ट ने विधानसभा नियुक्ति घोटाले की जांच के लिए CBI को सौंपा केस

झारखंड हाई कोर्ट ने विधानसभा अवैध नियुक्ति घोटाले को सीबीआई के हाथों सौंप दिया है। यह कदम एक जनहित याचिका के बाद आया है जिसमें आरोप लगाए गए हैं कि 2016 से 2022 के बीच अनुमति बिना 1,400 लोगों की नियुक्तियां की गईं। याचिकाकर्ता ने राज्य सरकार की जांच को असंतोषजनक बताया और सीबीआई से स्वतंत्र जांच की मांग की।