मौत की अफवाह: सच्ची या झूठी?
हर रोज़ हमें इंटरनेट पर किसी न किसी का निधन बताया जाता है। कभी ये खबर सच होती है तो कभी पूरी तरह से बनावटी। अगर आप भी ऐसी खबरों से थक चुके हैं और सही जानकारी चाहते हैं, तो इस पेज को पढ़िए। यहाँ हम बताएंगे कि अफवाह कैसे फैलती है, उसे कैसे पहचाने और किससे भरोसा किया जाए।
मौत की अफवाह कैसे पहचानें?
पहली बात, स्रोत देखें। अगर खबर सिर्फ सोशल मीडिया पर शेयर हुई हो, बिना किसी आधिकारिक बयान के, तो संदेह करना चाहिए। दूसरा, तारीख जांचें – कई बार पुरानी खबर फिर से शेयर कर दी जाती है और लोग इसे नई समझ लेते हैं। तीसरी चीज़, भाषा की जाँच करें; असामान्य शब्दजाल या बहुत ज्यादा भावनात्मक टोन अक्सर फर्जी खबरों का संकेत होते हैं। इन तीन पॉइंट्स को याद रखिए, तो आप झूठी अफवाह से बच जाएंगे।
सही जानकारी कहाँ मिलेगी?
भरोसेमंद साइटें और आधिकारिक चैनल सबसे बेहतर स्रोत हैं। सरकारी विभाग की वेबसाइट, बड़ी समाचार एजेंसियों के पोर्टल या प्रसिद्ध टीवी चैनलों के ऑनलाइन पेज पर अक्सर पुष्टि मिलती है। अगर कोई नाम नहीं मिलता या सिर्फ व्यक्तिगत ब्लॉग से ही खबर आती है, तो उसे तुरंत दोबारा जांचना चाहिए। साथ ही, कई fact‑check प्लेटफ़ॉर्म भी हैं जहाँ आप किसी ख़बर को सर्च कर सकते हैं – यह एक आसान तरीका है झूठी अफवाहों को खत्म करने का।
आखिर में याद रखिए कि हर खबर का तुरंत भरोसा नहीं करना चाहिए। थोड़ा समय ले कर स्रोत देखना, तारीख जांचना और आधिकारिक पुष्टि लेना आपके लिए बेहतर रहेगा। इस पेज पर हम नियमित रूप से नई मौत की अफवाहों को फॉल्ट‑चेक करते रहते हैं, तो आप हमेशा अपडेटेड रहेंगे। अगर आप किसी ख़ास खबर के बारे में जानना चाहते हैं, तो नीचे टिप्पणी करें या सर्च बार का उपयोग करें।

Shilpa Shirodkar की 1995 की 'मौत' की अफवाह: 'रघुवीर' शूटिंग के दौरान माता-पिता को मिले 25 मिस्ड कॉल
शिल्पा शिरोडकर ने 1995 में अपनी मौत की झूठी अफवाह पर बात की, जब उनके माता-पिता को 25 मिस्ड कॉल मिले थे। यह प्रचार स्टंट फिल्म 'रघुवीर' की शूटिंग के दौरान हुआ था। अब तीन दशक बाद शिल्पा फिल्म 'जटाधारा' से कमबैक कर रही हैं।