प्रेसीडेंशियल मेडल – क्या है और क्यों खास?

जब आप भारत के राष्ट्रपति को देखते हैं तो अक्सर उनके हाथ में एक चमकदार पदक दिखता है। वही है प्रेसीडेंशियल मेडल, जो देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मानों में से एक माना जाता है। यह मेडल उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने अपने काम या सामाजिक सेवा से राष्ट्र पर गहरा असर डाला हो।

इसका इतिहास 1950 के दशक तक जाता है, जब भारत ने अपना पहला राष्ट्रपति पदक जारी किया था। तब से लेकर अब तक इस पुरस्कार में कई बदलाव हुए हैं—डिज़ाइन, श्रेणियाँ और चयन प्रक्रिया बदलते रहे। लेकिन मूल बात वही रही: ‘सेवा’ को सम्मान देना।

कैसे चुना जाता है प्राप्तकर्ता?

राष्ट्रपति के कार्यालय में एक कमेटी बनती है जो साल भर विभिन्न क्षेत्रों से नाम इकट्ठा करती है—सेना, पुलिस, विज्ञान, कला, खेल और सामाजिक कार्य आदि। फिर यह कमेटी हर नाम की जाँच‑परख करती है, उनके योगदान को मापती है और अंत में राष्ट्रपति को सुझाव देती है। इस प्रक्रिया में जनता का कोई सीधे वोट नहीं होता, लेकिन मीडिया रिपोर्ट और सार्वजनिक चर्चा अक्सर चयन पर असर डालते हैं।

उदाहरण के तौर पर पिछले साल एक किसान नेता को यह पदक मिला था क्योंकि उन्होंने जल संरक्षण की नई तकनीकें पेश कीं और किसानों की आय बढ़ाई। इसी तरह, एक डॉक्टर को कोरोना महामारी में तेज़ी से वैक्सीन वितरण करने के कारण सम्मानित किया गया।

हाल की खबरें और क्या नया है?

अभी हाल ही में प्रेसीडेंशियल मेडल से जुड़ी कुछ रोचक बातें सामने आई हैं। एक प्रमुख समाचार यह था कि इस साल पहली बार महिला वैज्ञानिक को विज्ञान क्षेत्र में मुख्य श्रेणी में सम्मानित किया गया। उनका काम बायो‑टेक्नोलॉजी में नई खोजों पर आधारित है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की पहचान बढ़ाई।

दूसरे पक्ष में, कुछ लोग इस पुरस्कार के चयन में पारदर्शिता की कमी को लेकर सवाल उठा रहे हैं। वे चाहते हैं कि नामांकन प्रक्रिया सार्वजनिक हो और आम जनता भी सुझाव दे सके। इससे न केवल विश्वास बढ़ेगा बल्कि योग्य उम्मीदवारों तक पहुँच आसान होगी।

यदि आप प्रेसीडेंशियल मेडल से जुड़ी नई जानकारी या पिछले विजेताओं की लिस्ट देखना चाहते हैं, तो रचनात्मक संगम समाचार पर ‘पुर्जा’ टैग वाले लेख खोलें। यहाँ हर साल के अपडेटेड डेटा और विस्तृत विवरण मिलेंगे।

सारांश में, प्रेसीडेंशियल मेडल सिर्फ एक धातु का टुकड़ा नहीं है; यह देशभक्ति, मेहनत और समर्पण की कहानी को दर्शाता है। चाहे आप छात्र हों या पेशेवर, इस सम्मान के पीछे की प्रेरणा आपको अपने लक्ष्य पर केंद्रित रख सकती है। अगली बार जब आप राष्ट्रपति को देखें, तो याद रखें कि उस पदक में कई अनगिनत कहानियाँ छिपी हैं—आप भी अपनी कहानी लिख सकते हैं।

साइमन बाइल्स को मिलेगा प्रेसीडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम; टॉम क्रूज और लेडी गागा भी होंगे सम्मानित

साइमन बाइल्स को मिलेगा प्रेसीडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम; टॉम क्रूज और लेडी गागा भी होंगे सम्मानित

प्रसिद्ध अमेरिकी जिम्नास्ट साइमन बाइल्स को प्रेसीडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम से सम्मानित किया जाएगा, जो संयुक्त राज्य अमेरिका का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इस पुरस्कार का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा, विश्व शांति, या सांस्कृतिक और सार्वजनिक या निजी क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों को मान्यता देना है। टॉम क्रूज और लेडी गागा को भी उनके मनोरंजन उद्योग में उत्कृष्ट योगदान के लिए इस मेडल से नवाजा जाएगा।