Category: धर्म और संस्कृति

Bali Pratipada 2024: कार्तिक महीने की शुरुआत में क्यों मनाते हैं बलि प्रतिप्रदा, जानें महत्व और खास परंपराएं

Bali Pratipada 2024: कार्तिक महीने की शुरुआत में क्यों मनाते हैं बलि प्रतिप्रदा, जानें महत्व और खास परंपराएं

बलि प्रतिप्रदा 2024, 2 नवंबर को मनाई जाएगी, जो राजा बलि की वापसी और धर्म की जीत का प्रतीक है। महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में इसे खास महत्व और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह दिन marital harmony, समृद्धि और Renewal का संदेश देता है, जिसमें खास पूजा मुहूर्त का ध्यान रखा जाता है।

नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्मांडा की पूजा का महत्व और लाभ

नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्मांडा की पूजा का महत्व और लाभ

नवरात्रि के चौथे दिन माँ कूष्मांडा की पूजा होती है, जो देवी दुर्गा का चौथा रूप हैं। इन्हें अपने आठ भुजाओं के कारण अष्टभुजा देवी भी कहा जाता है। माँ कूष्मांडा ब्रह्मांड की संरचना की देवी मानी जाती हैं। इनकी उपासना से सुख-समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त होता है।

रक्षाबंधन 2024: अपने भाई-बहनों के साथ साझा करने के लिए राखी शुभकामनाएं और उद्धरण

रक्षाबंधन 2024: अपने भाई-बहनों के साथ साझा करने के लिए राखी शुभकामनाएं और उद्धरण

रक्षाबंधन 2024 पर अपने भाई-बहनों के साथ साझा करने के लिए शुभकामनाएं और उद्धरण का संग्रह। रक्षाबंधन, जो 19 अगस्त, 2024 को मनाया जाएगा, भाई-बहन के बीच प्यार, सुरक्षा और आपसी सम्मान के बंधन का प्रतीक है। इस लेख में विभिन्न प्रकार की भावपूर्ण शुभकामनाएं, संदेश और प्रेरणादायक उद्धरण शामिल हैं।

रक्षा बंधन 2024: राखी के तीन गाँठों का महत्व और धार्मिक पृष्ठभूमि

रक्षा बंधन 2024: राखी के तीन गाँठों का महत्व और धार्मिक पृष्ठभूमि

रक्षा बंधन, भाई-बहन के बीच मजबूत संबंधों का उत्सव, राखी बाँधने की परंपरा से जुड़ा है। राखी के तीन गाँठों का महत्व हिंदू परंपराओं में गहरा है, जिनमें पहला गाँठ भाई की रक्षा का, दूसरा बहन की खुशहाली की प्रार्थना का, और तीसरा भाई के स्नेह और सहयोग का प्रतीक है। यह त्यौहार परस्पर सम्मान और प्रेम को बढ़ावा देता है।

नाग पंचमी 2024: तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कथा, और उपाय

नाग पंचमी 2024: तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कथा, और उपाय

नाग पंचमी एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक पर्व है जो नाग देवताओं को समर्पित होता है। 2024 में नाग पंचमी 17 अगस्त को मनाई जाएगी। पूजा के शुभ मुहूर्त की जानकारी के साथ इसमें पूजा विधि, व्रत कथा, अर्पण सामग्री और काल सर्प दोष के उपाय भी शामिल हैं। यह पर्व भक्तों को नागों के बुरे प्रभाव से बचाने और आशीर्वाद प्राप्त करने में सहायता करता है।

पुरी में भगवान जगन्नाथ की 147वीं रथ यात्रा: एक ऐतिहासिक महोत्सव का शुभारंभ

पुरी में भगवान जगन्नाथ की 147वीं रथ यात्रा: एक ऐतिहासिक महोत्सव का शुभारंभ

पुरी, ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की 147वीं रथ यात्रा आरंभ हो गई है। यह 53 सालों के बाद एक दो-दिवसीय समारोह है जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और लाखों श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। सुरक्षा व्यवस्था के तहत 180 प्लाटून सुरक्षाकर्मी और एआई आधारित सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।