जब हरलेन देोल ने 74 रन बनाए औरहरमनप्रीत कौर ने 69 रन की शतक्रम बनायी, तो भारत के दर्शकों की सांसें ठहर गईं। यह रोमांचक मुकाबला ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के दूसरे वार्म‑अप मैच में, बेंगलुरु के BCCI सेंटर ऑफ एक्सेलेंस ग्राउंड 1 में, 27 सितंबर 2025 को हुआ। डकवर्थ‑लीविस‑स्टर्न (DLS) नियमों के तहत भारत ने न्यूज़ीलैंड को चार विकेट से हराकर 237 रन की लक्ष्य राशि को 40.2 ओवर में पूरा किया।
पृष्ठभूमि और महत्व
पहला वार्म‑अप मैच जहाँ भारत ने इंग्लैंड से भारी हार झेली थी, उसके बाद टीम को आत्मविश्वास की जरूरत थी। इस दौर में भारत महिला क्रिकेट टीम को अपने ओपनर‑बेट वाले संयोजन को परखने, चोटिल खिलाड़ियों की फिटनेस का जायजा लेने और टाइटन गेज़ के साथ सामंजस्य स्थापित करने का अवसर मिला। वहीं न्यूज़ीलैंड महिला क्रिकेट टीम के लिए भी बेंगलुरु की समृद्ध पिच पर अपने टॉप‑ऑर्डर को परखना जरूरी था, क्योंकि उनका पहला वार्म‑अप मैच इस ही टूर्नामेंट में था।
मैच की प्रमुख बातें
टॉस जीतने के बाद न्यूज़ीलैंड ने 42 ओवर की सीमित पिच पर 232/8 बनाया। उनका टॉप स्कोरर सोफ़ी डिवाइन 54 रन की शतक्रम थी, जबकि एमिलिया केर्र ने 40 रन जोड़ें। शुरुआती 8 ओवर में उनका स्कोर 38/2 गिरा, पर डिवाइन‑केर्र की साझेदारी ने उन्हें स्थिर किया।
जब लक्ष्य को DLS नियमों के तहत 237 एक संशोधित लक्ष्य मिला, तो भारत ने तेज शुरुआत की। आरंभिक साझेदारी प्रतिका रावल और उमा चेत्री ने 54 रन की थी, पर दोनों में से एक जल्दी ही बाहर हो गया। फिर हरलेन देोल और हरमनप्रीत कौर ने मिलकर 132 रन का तीसरा वैपियर साझेदारी बनाया, जिससे भारत को लक्ष्य के करीब ले आया।
न्यूज़ीलैंड की सबसे आर्थिक बॉलर ब्री इल्लिंग ने 2/34 के आंकड़े पेश किए, जबकि भारत की N श्री चारानी ने 3/53 (कुछ स्रोतों में 3/49) के साथ सबसे अधिक विकेट लिए। अरुंधती रेड्डी ने भी चोट के बाद 2/42 का संतोषजनक प्रदर्शन किया।
खिलाड़ियों की प्रमुख प्रदर्शन
हरलेन देोल ने 79 गेंदों में 10 चौके मारते हुए 74 रन बनाकर टीम को बचाव‑से‑हिचकिचाहट में ले जाया। उनका रिटायर‑आउट होने से पहले उनका स्ट्राइक रेट 93.67 रहा, जो उनके अभी तक के विश्व कप आँकड़ों से कहीं बेहतर था। हरमनप्रीत कौर ने 86 गेंदों में 69 रन बनाए, जिसमें 8 चौके और एक छःका शामिल था। उनका दृढ़ता और शॉट चयन ने टीम को टेंशन‑फ्री स्थिति में पहुँचाया।
बॉलिंग में, शृंखला के शुरुआती मैच में चोटिल अरुंधती रेड्डी के लौटने ने टीम के मनोबल को बढ़ाया। उनके काम‑की‑जणकी के बाद ही भारत ने 71/2 का शुरुआती नुकसान सहा, पर शॉर्ट‑फॉर्म में उनकी दो विकेट ने न्यूज़ीलैंड को फिर भी दबाव में रखा।
प्रतिक्रियाएँ और विशेषज्ञ विश्लेषण
मैच समाप्त होते ही भारत के मुख्य कोच रविंदर जैन ने कहा, "हमारी बैटिंग यूनिट ने दिखा दिया कि परेशानी में भी हम दो खिलाड़ी को भरोसे के साथ बड़ेinnings बनाते देख सकते हैं।" उन्होंने आगे बताया कि इस जीत से टीम एक सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ेगी।
क्रिकटिंग इंडिया के अनुभवी विश्लेषक विकास मिश्रा ने टिप्पणी की, "हरलेन का फ़ॉर्म अभी टॉप पर है, और हरमनप्रीत का नेत्रत्व नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देगा। यह जोड़ी भविष्य में कई बड़े लक्ष्यों को हासिल कर सकती है।" उन्होंने यह भी जोड़ दिया कि न्यूज़ीलैंड को अपनी शुरुआती गिरावट के बाद भी सामंजस्य स्थापित करने की जरूरत है, विशेषकर स्पिन विभाग को पकड़ने में।
आगे का रास्ता और टूर्नामेंट की तैयारी
इस जीत के साथ भारत को ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025बेंगलुरु के अपने पहला आधिकारिक मैच, जो कि श्रीलंका के खिलाफ है, में प्रमुख आत्मविश्वास मिलेगा। कोचिंग स्टाफ ने बताया कि अब गेंदबाजों की स्पीड और फील्डिंग ड्रिल्स पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि टॉस जीतने या खोने पर भी टीम एजीली एडजस्ट कर सके।
न्यूज़ीलैंड के कप्तान केट म्यूर ने कहा, "हमें इस हार से सीख लेनी चाहिए, अपने बॅटिंग क्रम को फिर से देखना चाहिए और विशेषकर मध्य ओवर में रिटायर‑आउट रणनीति को परखना चाहिए।" उनके शब्दों में एक सकारात्मक रवैया झलकता है, जो अगले दो-तीन वार्म‑अप मैचों में टीम को सुधारने में मदद करेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
भारत की जीत का श्रीलंका के खिलाफ मैच पर क्या असर पड़ेगा?
जीत से टीम के बॉलर्स और बैटर्स दोनों का मनोबल बढ़ेगा। विशेषकर हरलेन देोल और हरमनप्रीत कौर की शतक्रम भारतीय चयनकर्ता को भरोसा दिलाएगी कि वे बड़े दांव के सामने भी भारी रन बना सकती हैं, जिससे श्रीलंका के खिलाफ शुरुआती ओवर में दबाव बनाए रखने की क्षमता बढ़ेगी।
क्या अरुंधती रेड्डी पूरी तरह फिट हैं?
मैच के बाद कोचिंग टीम ने पुष्टि की कि रेड्डी ने अपनी पैर की चोट से पूरी तरह उबर लिया है और वह आगामी टूर्नामेंट में फुल 10 ओवर तक गेंदबाजी करने के लिए तैयार हैं।
न्यूज़ीलैंड के लिए सबसे बड़ा सीख क्या रहा?
शुरुआती गिरावट के बाद डिवाइन‑केर्र का साझेदारी काम आई, पर अंत में रिटायर‑आउट और तेज़ रनफेयर बनाने में कमी बनी। इसलिए उन्हें मध्य ओवर में अधिक आक्रामकता और क्लॉज़र के लिए अधिक विकल्पों पर काम करना होगा।
इस वार्म‑अप मैच में DLS नियम कैसे लागू हुए?
पहली पारी में बारिश के कारण ओवरों की संख्या 42 तक घट गई, जिससे लक्ष्य को DLS कैलकुलेटर ने 237 रन पर समायोजित किया। भारत ने यह लक्ष्य 40.2 ओवर में हासिल किया।
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13 टिप्पणि
हरलेन देोल और हरमनप्रीत कौर ने मिल कर 132 रन का साझेदारी बनाई, जिससे भारत ने लक्ष्य हासिल किया। इस पारी में उनके शॉट चयन और रिटीर‑आउट की समयबद्धता टीम को आत्मविश्वास दे गई। बॉलिंग सेक्शन में N श्री चारानी की 3 विकेट ने मैच को संतुलित किया। अगली मैच में हमारी बैटिंग लाइन‑अप को इसी निरंतरता पर भरोसा करना चाहिए।
इस जीत के पीछे छुपा हुआ एक बड़ा खेल है, जहाँ टीम मैनेजमेंट ने बाहरी दबावों का फायदा उठाया। DLS के बदलाव ने भारत को अनुकूल स्थिति में धकेला, जबकि न्यूज़ीलैंड को अंधेरे में छोड़ दिया। ऐसे माहौल में खिलाड़ियों की वास्तविक क्षमता नहीं दिखती।
मैच के आँकड़े दर्शाते हैं कि भारत ने 237 लक्ष्य को 40.2 ओवर में हासिल किया औसत रन‑रेट 5.87 था हरलेन का स्ट्राइक‑रेट 93.67 और हरमनप्रीत का 80.23 क्रमशः उल्लेखनीय है बॉलिंग में चारानी के 3/53 ने 12.5 औसत दिया
वाह! 🙌
वास्तव में, टीम को अभी भी शीर्ष क्रम में स्थिरता की आवश्यकता है। शीर्ष क्रम के ओपनर‑बेट को लगातार पाएं तो टार्गेट सेट करने में आसानी होगी। वर्तमान में, दो‑तीन क्रमिक शट्स का विसंगति जोखिम बना रहता है, जिसे कोचिंग स्टाफ को प्राथमिकता देनी चाहिए।
भारी जीत ने हमारे देश का सम्मान बढ़ाया, यह साबित करता है कि भारतीय महिला क्रिकेट में दम है।
ओ भाई, हरलेन और हरमनप्रीत को देख कर तो लगता है कोच ने सारा खजाना एक ही बैट में डाल दिया 😂। वाकई में बंधु, ऐसे शॉट मारने की ट्रेनिंग कब मिलेगी पता नहीं।
सच में, अगर हम DLS को खेल का प्लान समझते तो शायद और साफ़ हो जाता। परन्तु यह सट्टा नहीं है, परिणाम वही है जो मैदान में निकला।
कोच साहब, अगर हम टॉप‑ऑर्डर को लगातार फ़िट कर पाते, तो मध्य‑ओवर की जुगलबंदी आसान हो जाती। पर अभी भी कुछ गड़बड़ी दिखती है, खासकर फील्डिंग में।
देखा आपने, इस जीत के पीछे छुपे हुए एजेंटों का नेटवर्क है। ये सब फेडरेशन की गुप्त योजना है कि हम अंडरडॉग दिखें।
हरलेन देोल का 74 रन 10 चौके के साथ शुरुआती स्थितियों को स्थिर करने में महत्वपूर्ण रहा।
हरमनप्रीत कौर ने 69 रन 8 चौके और एक छक्का मारते हुए मध्य ओवर में गति प्रदान की।
उनकी साझेदारी ने 132 रन का ठोस प्लेटफ़ॉर्म बनाया, जो लक्ष्य के 105% तक पहुँच गया।
DLS समायोजन के बाद लक्ष्य 237 रखा गया, लेकिन भारत ने इसे 40.2 ओवर में ही हासिल किया।
श्री चारानी ने 3 विकेट 53 रन देकर बॉलिंग में अहम भूमिका निभाई।
ब्री इल्लिंग की 2/34 शुरुआती ओवरों में दबाव बनाने की कोशिश थी, पर वह पर्याप्त नहीं रही।
आरंभिक साझेदारी में प्रतिका रावल और उमा चेत्री ने 54 रन की अच्छी स्टार्ट दी, लेकिन जल्दी बाहर हो गए।
परिणामस्वरुप, मध्य ओवर में विकेट गिरने की गड़बड़ी को दो खिलाड़ियों ने संभाला।
फील्डिंग में भारत ने 3 कॅच तथा 2 रन‑आउट्स को रोकने में सफलता प्राप्त की।
न्यूज़ीलैंड की टॉप स्कोरर सोफ़ी डिवाइन का 54 रन की शतक्रम टीम को स्थिर रखने में मददगार रहा।
डिवाइन‑केर्र की साझेदारी ने 8 ओवर में 40 रन जोड़े, जो DLS लक्ष्य को ठेढ़ा रखी।
किन्तु तेज़ रिटायर‑आउट और अंत में गिरावट ने उन्हें लक्ष्य से दूर कर दिया।
यह मैच भारत के टूर कलेंडर में आत्मविश्वास की चाबी बन गया।
कोच रविंदर जैन ने बॉलर्स के स्पीड ड्रिल और फील्डिंग एग्जरसाइज़ पर ध्यान देने का आदेश दिया।
अगले आधिकारिक मैच में श्रीलंका के खिलाफ इस जीत का मनोबल निर्णायक भूमिका निभाएगा।
उपर्युक्त विश्लेषण में उल्लेखित बॉलिंग इकॉनमी और स्पिन डायलिंग के पहलुओं को समझना जरूरी है, क्योंकि वे आगामी टॉस में रणनीतिक अनुकूलन प्रदान करेंगे।
भारत की जीत ने राष्ट्रीय भावना को नई ऊँचाई दी।