आईआईटि-मद्रास – ताज़ा खबरें और उपयोगी जानकारी
अगर आप IIT Madras के बारे में हर नई बात जानना चाहते हैं तो यही सही जगह है. यहाँ हम रोज़ाना सबसे महत्वपूर्ण अपडेट, एंट्रेंस प्रक्रिया, रिसर्च प्रोजेक्ट और कैंपस लाइफ़ की जानकारी लाते हैं. पढ़िए, समझिए और अपने लक्ष्य तक तेज़ी से पहुँचिए.
ताज़ा अपडेट्स
2025 के जेईई एडमिशन में IIT Madras ने अब तक की सबसे ज्यादा सीटें रखी हैं, इसलिए एंट्रेंस कोचिंग सेंटर भी इस साल बढ़े हुए छात्र समूह का इंतज़ार कर रहे हैं. कैंपस में हाल ही में दो नई रिसर्च लैब खुली हैं – क्वांटम कंप्यूटिंग और बायो‑इंजीनियरिंग के लिए, जहाँ अंतरराष्ट्रीय सहयोग से प्रोजेक्ट चल रहे हैं. प्लेसमेंट सत्र में टॉप कंपनियों ने 95% ऑफ़र रेट दिया, जिसमें एआई, डेटा साइंस और रोबोटिक्स की नौकरियां प्रमुख रही.
छात्र जीवन और टिप्स
आईआईटी मद्रास के छात्र अक्सर कहते हैं कि लाइब्रेरी में पढ़ाई का माहौल सबसे ज़्यादा फोकस वाला होता है. अगर आप नए छात्रों के लिए तैयारी कर रहे हैं तो रोज़ 2‑3 घंटे की प्रैक्टिस और पिछले सालों के प्रश्नपत्र हल करना मददगार रहता है. कैंपस में कई क्लब हैं – कोडिंग, संगीत, खेल; इनमें भाग लेने से नेटवर्क भी बनता है और तनाव कम होता है.
प्रोफेसर के लेक्चर नोट्स ऑनलाइन उपलब्ध होते हैं, इसलिए उन्हें डाउनलोड करके रिवीजन करना समय बचाता है. साथ ही, इंटर्नशिप की तैयारी में शुरुआती महीनों में छोटे प्रोजेक्ट लेना फायदेमंद रहता है; यह रिज्यूमे को चमकाता है और वास्तविक दुनिया का अनुभव देता है.
डॉक्टरेट और पोस्ट‑डॉक्टोरल रिसर्च के लिए IIT Madras कई स्कॉलरशिप्स देती है. अगर आप अनुसंधान में रुचि रखते हैं तो फ़ैकल्टी के साथ सीधे संपर्क करके प्रोजेक्ट प्रस्ताव भेजें, अक्सर वे इच्छुक छात्रों को गाइड कर देते हैं.
फ्रेमवर्क जैसे Coursera या edX पर IIT Madras के प्रोफ़ेसर द्वारा बनायीं गई मुफ्त कोर्सेज़ भी मिलती हैं. इन्हें पूरा करने से आपका बुनियादी ज्ञान मजबूत होता है और कॉलेज में पढ़ाई आसान लगती है.
कैंपस में स्वास्थ्य सुविधा बहुत अच्छी है – नियमित हेल्थ चेक‑अप, जिम और योग क्लासेस उपलब्ध हैं. इनका उपयोग करके शारीरिक फिटनेस बनाए रखें, क्योंकि पढ़ाई के साथ-साथ स्वस्थ रहना जरूरी है.
आखिर में, यदि आप IIT Madras से जुड़ी कोई ख़ास खबर या इवेंट मिस नहीं करना चाहते तो इस टैग पेज को बुकमार्क कर लें. हम हर नई अपडेट जल्द ही डालते हैं, जिससे आपका जानकारी हमेशा अप‑टू‑डेट रहे.

आईआईटी-मद्रास द्वारा इनक्यूबेटेड अग्निकुल ने लॉन्च किया दुनिया का पहला 3D प्रिंटेड सेमिक्रायोजेनिक रॉकेट इंजन
आईआईटी-मद्रास द्वारा इनक्यूबेटेड स्टार्टअप अग्निकुल कॉसमॉस ने दुनिया का पहला 3D प्रिंटेड सेमिक्रायोजेनिक रॉकेट इंजन 'अग्निबाण' श्रीहरिकोटा से सफलतापूर्वक लॉन्च किया। घरेलू स्तर पर डिज़ाइन और निर्मित इस रॉकेट इंजन ने घरेलू और इन-हाउस प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया। इस ऐतिहासिक प्रक्षेपण को इसरो और विभिन्न अधिकारियों ने सराहा।