डिजिटल पृथ्वी दिवस – क्यों है खास?
हर साल 22 अप्रैल को विश्व भर में ‘डिजिटल पृथ्वी दिवस’ मनाया जाता है। इस दिन टेक्नोलॉजी को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए विभिन्न पहलें शुरू होती हैं। सोचिए, अगर आपके फोन की स्क्रीन पर दिख रहा डेटा सीधे जंगल बचाने में मदद करे तो? यही संदेश डिजिटल पृथ्वी दिवस देता है – तकनीक का सही इस्तेमाल धरती को बचा सकता है।
कैसे मनाएँ आप अपना डिजिटल पृथ्वी दिवस?
सबसे आसान तरीका है ऑनलाइन इवेंट्स में भाग लेना। कई NGOs और स्टार्ट‑अप मुफ्त वेबिनार, वर्चुअल ट्री‑प्लांटिंग और डेटा‑ड्रिवेन क्लीन‑एयर कैम्प आयोजित करते हैं। आप घर से ही जुड़ सकते हैं, अपने लैपटॉप या मोबाइल पर रजिस्टर कर के लाइव सत्र देख सकते हैं। अगर टाइम नहीं मिल रहा तो YouTube या Instagram पर #DigitalEarthDay हैशटैग खोजें – कई छोटे वीडियो और टिप्स उपलब्ध होते हैं।
घर में अपनाएँ ये 5 टिकाऊ डिजिटल प्रैक्टिसेज
1. ऊर्जा‑सेविंग मोड चालू रखें: कंप्यूटर, फोन या टीवी को हमेशा हाई पावर पर न चलाएं। सेटिंग्स में ‘पॉवर सेव’ विकल्प चुनें और स्क्रीन ब्राइटनेस कम रखें।
2. ई‑रिसाइक्लिंग अपनाएँ: पुराने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को रीसायकल सेंटर या ऑनलाइन रीसायकल प्रोग्राम के माध्यम से भेजें, फेक नहीं। कई कंपनियां जुड़ी हुई हैं और आपको डिलिवरी पर ही कलेक्शन कर लेती हैं।
3. क्लाउड स्टोरेज का समझदारी से उपयोग: अनावश्यक फ़ाइलें हटाएं, बड़े वीडियो को कम क्वालिटी में सहेजें। इससे सर्वर लोड घटता है और ऊर्जा बचती है।
4. ऑफ़लाइन मोड अपनाएँ: पढ़ाई या काम के लिए जरूरी डेटा पहले डाउनलोड करें, फिर ऑफ़लाइन उपयोग करें। इंटरनेट ट्रैफ़िक कम होगा, साथ ही बैटरी लाइफ भी बढ़ेगी।
5. ग्रीन ऐप्स का समर्थन: ऐसे ऐप चुनें जो पर्यावरण‑सचेत डेटा प्रोसेसिंग और लो‑कार्बोन फ़ुटप्रिंट रखता हो। कई एप्लिकेशन अब अपने CO₂ इमीशन को दिखाते हैं, आप वही इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन छोटे कदमों से न सिर्फ बिजली बिल कम होगा, बल्कि आपके डिजिटल फ्रूटेज का कार्बन फुटप्रिंट भी घटेगा। याद रखें, हर एक गैजेट की लाइफ़साइकल में ऊर्जा खपत होती है; इसे न्यूनतम करने पर बड़ा फर्क पड़ता है।
डिजिटल पृथ्वी दिवस के दौरान कई स्कूल और कॉलेज डिजिटल कक्षा में ‘ईको‑प्रोजेक्ट’ करवाते हैं – जैसे सौर पैनल का वर्चुअल मॉडल बनाना या जलवायु परिवर्तन पर डेटा एनालिटिक्स करना। अगर आप छात्र हैं, तो इस मौके को प्रयोगशाला की तरह इस्तेमाल करें। अपने प्रोजेक्ट को सोशल मीडिया पर शेयर करके दूसरों को भी प्रेरित कर सकते हैं।
एक और उपयोगी टिप है कि ऑनलाइन शॉपिंग करते समय कार्बन‑फ्रेंडली डिलीवरी विकल्प चुनें – कई ई‑कॉमर्स साइट्स ‘ग्रीन डिलिवरी’ या ‘इको‑पैकेजिंग’ का ऑप्शन देती हैं। अगर आपके पास वैकल्पिक परिवहन (साइकिल, इलेक्ट्रिक स्कूटर) है तो उसे भी प्राथमिकता दें। छोटा सा बदलाव बड़े पर्यावरणीय लाभ में बदल सकता है।
अंत में, डिजिटल पृथ्वी दिवस सिर्फ एक तारीख नहीं बल्कि सतत टेक्नोलॉजी अपनाने का एपीक संकेत है। आप चाहे छात्र हों, प्रोफेशनल या घर की देखभाल करने वाले – इस दिन को अपने रोज़मर्रा के डिजिटल आदतों में सुधार लाने का मौका बनाएं। छोटे कदम उठाएँ, बड़े बदलाव देखें और धरती को सुरक्षित रखें।

Earth Day 2020: कोविड-19 के बीच पहली बार डिजिटल तरीके से मनाई गई पृथ्वी दिवस की 50वीं वर्षगांठ
Earth Day 2020 की 50वीं वर्षगांठ पहली बार पूरी तरह डिजिटल तरीके से मनाई गई। कोविड-19 महामारी के कारण दुनियाभर के लोग वर्चुअल कार्यक्रमों, ऑनलाइन प्रदर्शन, और सोशल मीडिया अभियानों के जरिए जुड़े। #EarthDay2020 और #EARTHRISE जैसे हैशटैग ट्रेंड में रहे। इस कदम ने पर्यावरण आंदोलन की मजबूती और अनुकूलन क्षमता को दर्शाया।