दिल्ली विश्वविद्यालय की ताज़ा ख़बरें – क्या नया?

अगर आप दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र, प्रोफ़ेसर या सिर्फ़ उत्सुक पाठक हैं, तो यहाँ आपको सबसे ज़्यादा पूछे जाने वाले सवालों का जवाब मिलेगा। हाल ही में कैंपस में मौसम की चेतावनी से लेकर परीक्षा परिणाम तक सब कुछ इस लेख में कवर किया गया है। पढ़िए और अपडेट रहें।

कॉम्पस में क्या चल रहा है?

इंडियन मीटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने 12 अगस्त को दिल्ली‑एनसीआर के आठ जिलों में भारी बारिश और गरज‑तड़ित की अलर्ट जारी कर दी थी। विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों में जलभराव की संभावना बताई गई, इसलिए छात्रों से कहा गया कि वे अपने लैपटॉप और नोटबुक सुरक्षित जगह पर रखें। अगर आप लाइब्रेरी या प्रयोगशाला में काम करते हैं तो अतिरिक्त सावधानी बरतें – फर्श गीला हो सकता है और कुछ उपकरण काम न करें।

इसके अलावा, इस महीने के अंत में दिल्ली विश्वविद्यालय ने नई डिजिटल लायब्ररी लॉन्च की घोषणा की। अब आप बिना कागज़ के ई‑बुक्स को सीधे मोबाइल या लैपटॉप पर पढ़ सकते हैं। यह कदम छात्रों को पुस्तकालय तक आसान पहुंच और खर्च बचाने में मदद करेगा। अगर आपने अभी तक अकाउंट नहीं बनाया, तो आधिकारिक वेबसाइट पर जल्दी से रजिस्टर करें – प्रक्रिया केवल पाँच मिनट की है।

छात्रों के लिए जरूरी जानकारी

पिछले हफ़्ते BSE और NSE ने तीन दिन का ट्रेडिंग बंद कर दिया था (10, 14, 18 अप्रैल)। इस दौरान कई छात्र पार्ट‑टाइम जॉब या इंटर्नशिप की योजना बना रहे थे। अगर आप फाइनेंस में पढ़ते हैं तो याद रखें कि ट्रेडिंग रुकने से आपके प्रोजेक्ट्स या केस स्टडी पर असर पड़ सकता है। अपने प्रोफ़ेसर को स्थिति बताएं और वैकल्पिक डेटा स्रोत खोजें।

अगले महीने के लिए एक बड़ी परीक्षा की तैयारी चल रही है। अगर आप दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक छात्र हैं, तो नजदीकी क्लास में रिवीजन सत्र आयोजित हो रहा है। प्रोफ़ेसर ने बताया कि पिछले साल के प्रश्नपत्रों को देखना फायदेमंद रहेगा क्योंकि पैटर्न वही रहता है। साथ ही, कैंपस में नई ट्यूशन सेंटर खुल रही हैं जहाँ आप छोटे शुल्क पर अतिरिक्त क्लास ले सकते हैं।

एक और महत्वपूर्ण अपडेट – विश्वविद्यालय ने अपने प्लेसमेंट सेल को रिफ़ॉर्म किया है। अब कंपनियों के इंटरव्यू सीधे ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर होंगे, जिससे ट्रैवल खर्च बचेगा। अगर आपने अभी तक अपना रिज़्यूमे अपलोड नहीं किया, तो आज ही कर दें; कई टॉप कंपनीज अगले दो हफ्तों में शॉर्टलिस्ट शुरू करने वाली हैं।

संक्षेप में, दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को मौसम की चेतावनियों पर नजर रखनी चाहिए, डिजिटल लाइब्रेरी का पूरा फ़ायदा उठाना चाहिए और आने वाले परीक्षा‑प्लेसमेंट चक्र के लिए तैयार रहना चाहिए। अगर आप इन सभी टिप्स को फॉलो करेंगे तो कैंपस लाइफ़ आसानी से चल पाएगा।

मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्व प्रोफेसर जी. एन. साइबाबा का निधन: दस साल की कैद से मिली थी रिहाई

मानवाधिकार कार्यकर्ता और पूर्व प्रोफेसर जी. एन. साइबाबा का निधन: दस साल की कैद से मिली थी रिहाई

दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर और मानवाधिकार कार्यकर्ता जी. एन. साइबाबा का 58 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें मार्च 2024 में बंबई उच्च न्यायालय के नागपुर बेंच द्वारा रिहा किया गया था। साइबाबा का निधन हैदराबाद में नॉजिम्स इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में गॉलब्लैडर ऑपरेशन के पश्चात हुआ। उन्हें माओवादी संबंधों के आरोप में 2014 में गिरफ्तार किया गया था और 10 वर्ष जेल में बिताए थे।