गैस रिसाव से कैसे बचें: तुरंत क्या करें?
घर या दफ़्तर में गैस की बदबू महसूस हुई तो घबराएँ नहीं। पहले कदम यह जांचना है कि लीक कहां से आ रही है। अगर आप पाइप, सिलेंडर या कनेक्शन पर धुआँ देखते हैं, तुरंत वैक्यूम बंद कर दें और हवा का दरवाज़ा-खिड़की खोलें। इस दौरान पंखे चलाना फायदेमंद रहता है क्योंकि यह गैस को बाहर निकालता है।
पहली मदद: सुरक्षा के मूल नियम
गैस रिसाव की स्थिति में सबसे जरूरी बात है इलेक्ट्रिकल स्विच या ओवन जैसे उपकरणों को न छूना—स्पार्क से आग लग सकती है। अगर गैस का सिलेंडर फटता दिखे तो उसे नहीं उठाएं, दूर रहने वाले किसी भरोसेमंद व्यक्ति को बुलाकर पेशेवर मदद लें। बाल्टी में पानी भर कर लीक वाले हिस्से के नीचे रखें; यह अस्थायी रूप से रिसाव को कम कर सकता है।
साथ ही गैस कंपनी की हेल्पलाइन नंबर तुरंत डायल करें। कई कंपनियां 24 घंटे सेवा देती हैं और तकनीशियन को जल्दी भेजती हैं। कॉल करते समय पता, सिलेंडर का आकार और लीक की स्थिति स्पष्ट रूप से बताएं, इससे मदद तेज़ होगी।
लंबी अवधि के समाधान: नियमित जांच और रख‑रखाव
गैस उपकरणों की सालाना सर्विस करवाना बहुत ज़रूरी है। पाइप जॉइंट, वाल्व और सिलेंडर को समय‑समय पर चेक कराएं; छोटे-छोटे रिसाव बड़े हादसे बन सकते हैं। अगर आप अपने घर में गैस स्टोव या हीटर इस्तेमाल करते हैं, तो उनके बर्नर्स को साफ रखें—धूल से जले हुए हिस्सों में लीक हो सकती है।
एक और आसान तरीका है सेंसर्स लगाना। बाजार में गैस लीकेज डिटेक्टर उपलब्ध हैं जो बदबू महसूस होते ही अलार्म बजाते हैं। ये उपकरण न सिर्फ घर बल्कि ऑफिस या रेस्तरां जैसे बड़े स्थानों के लिए भी फायदेमंद हैं।
अंत में, सभी परिवार वालों को गैस रिसाव की स्थिति में क्या करना है, इसकी ट्रेनिंग देना चाहिए। बच्चों को बताएं कि अगर बदबू आए तो तुरंत बाहर निकलें और वयस्क से मदद लें। इस तरह छोटे-छोटे कदम बड़ी दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं।
गैस रिसाव एक गंभीर मुद्दा है, लेकिन सही जानकारी और त्वरित कार्रवाई से इसे आसानी से संभाल सकते हैं। यदि आप अभी भी आश्वस्त नहीं हैं या स्थिति बिगड़ रही है, तो पेशेवर तकनीशियन को बुलाना ही सबसे सुरक्षित उपाय रहेगा।

चेन्नई स्कूल में गैस रिसाव से 30 छात्रों की तबीयत बिगड़ी: सुरक्षा पर सवाल
चेन्नई के एक स्कूल में संदिग्ध गैस रिसाव से 30 छात्र अचानक बीमार पड़ गए। इस घटना ने स्कूलों में सुरक्षा उपायों को लेकर चिंता जताई है। प्रभावित छात्रों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना ने राज्य में स्कूलों की सुरक्षा प्रबंधन पर सवाल खड़े किए हैं। अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं।