हवाई अड्डे का संचालन – रोज़मर्रा की ज़िम्मेदारी
जब आप हवाई यात्रा प्लान करते हैं, तो अक्सर सिर्फ टिकट और गंतव्य ही सोचते हैं। असल में बहुत काम पीछे से चलता है—ट्रैफ़िक कंट्रोल, सुरक्षा चेक, रनवे रख‑रखाव और एयरपोर्ट स्टाफ का समन्वय। इन सबकी सही मैनेजमेंट से आपका सफ़र सुगम बनता है।
मुख्य घटक: क्या-क्या चाहिए?
हवाई अड्डे को चलाने के लिए तीन बुनियादी चीज़ें जरूरी हैं—इन्फ्रास्ट्रक्चर, तकनीकी सिस्टम और मानव संसाधन। इन्फ्रास्ट्रक्चर में टर्मिनल बिल्डिंग, रनों, लाइटिंग और नेविगेशन एिड्स शामिल हैं। टेक्नोलॉजी के बिना रनवे पर हवाई जहाज़ सुरक्षित नहीं उतर सकता; इसलिए एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल (ATC) सॉफ्टवेयर, मौसम मॉनिटरिंग सिस्टम और बायोमेट्रिक सुरक्षा उपकरण हर बड़े हब में होते हैं। अंत में, एयरोड्रोम स्टाफ—टेक्नीशियन, ग्राउंड क्रू, कस्टम अधिकारी—सभी का सहयोग एक साथ काम करता है।
ऑपरेशन थंडरबोल्ट: हवाई अड्डे पर संकट प्रबंधन की सीख
1976 में इज़राइल के ऑपरेशन थंडरबोल्ट ने दिखाया कि एयरपोर्ट सुरक्षा सिर्फ पासवर्ड या क्यूआर कोड से नहीं, बल्कि तेज़ निर्णय और अंतरराष्ट्रीय सहयोग से भी सम्भव है। एंटेबे हवाई अड्डे पर बंधकों की मुक्ति के लिए विशेष कमांडो टीम ने रात भर योजना बनाई, लैंडिंग पथ साफ किया और सटीक समय पर कार्रवाई कर ली। इस मिशन ने दो बातें स्पष्ट की: एक तो हाई‑टेक उपकरणों का सही उपयोग, जैसे नाइट विज़न गॉगल्स और इन्फ्रारेड स्कैनर; दूसरा था टीम वर्क—विमान चालक दल, ग्राउंड स्टाफ और सुरक्षा एजेंसियों के बीच रियल‑टाइम कॉम्युनिकेशन। आज भी कई हवाई अड्डे इन सीखों को अपनी आपातकालीन प्रक्रियाओं में शामिल करते हैं।
यदि किसी हवाई अड्डे पर अचानक बाढ़ या तकनीकी खराबी आती है, तो क्या होता है? पहले एयर ट्रैफ़िक कंट्रोलर सभी उड़ानों को होल्ड पर रखता है, फिर ग्राउंड टीम तुरंत रनवे ड्रेन और लाइटिंग की जाँच करती है। यदि समस्या बड़ी होती है, तो वैकल्पिक टर्मिनल या निकटवर्ती हवाई अड्डे पर रूटिंग बदल दी जाती है। इस तरह के प्रोसीजर हर बड़े एयरपोर्ट में लिखित होते हैं और नियमित अभ्यास से अपडेट रहते हैं।
सुरक्षा केवल बंधकों को बचाने तक सीमित नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की छोटी‑छोटी चीज़ों—जैसे चेक‑इन काउंटर पर सही दस्तावेज़ जाँचना या बैगेज स्क्रीनिंग मशीन का समय पर कैलिब्रेशन—पर भी निर्भर करती है। हर साल लाखों यात्रियों को सुरक्षित पहुंचाने के लिए ये छोटे कदम बड़े फायदेमंद होते हैं।
आप जब अगली बार हवाई अड्डे पर पहुँचें, तो टर्मिनल की साफ़-सफ़ाई, संकेतों की स्पष्टता और स्टाफ की मदद का ध्यान रखें। अक्सर यात्रियों को यह नहीं पता कि ये सब पीछे कितनी मेहनत है। आपका एक छोटा सवाल या धन्यवाद उनके काम में बड़ी प्रेरणा बन सकता है।
हवाई अड्डे का संचालन सिर्फ तकनीकी जटिलता नहीं, बल्कि लोगों के बीच भरोसे की कहानी भी है। चाहे वह थंडरबोल्ट जैसा साहसी मिशन हो या रोज़मर्रा की सुरक्षा जांच—हर पहलू में एक ही लक्ष्य रहता है: यात्रियों को सुरक्षित और समय पर उनके गंतव्य तक पहुँचना। इस समझ से आप न केवल बेहतर यात्रा का आनंद ले पाएँगे, बल्कि एयरोस्पेस के कामकाज को भी सराहेंगे।

मुंबई में भारी बारिश से हवाई अड्डे का संचालन प्रभावित, 50 उड़ानें रद्द
सोमवार को मुंबई में भारी बारिश और कम दृश्यता के कारण हवाई अड्डे का संचालन गंभीर रूप से प्रभावित हुआ, जिससे 50 उड़ानें रद्द कर दी गईं। इनमें से 42 उड़ानें इंडिगो की थीं, जबकि 6 उड़ानें एयर इंडिया की थीं। सरकारी एयरलाइन अलायंस एयर ने भी 2 उड़ानें रद्द कीं। बारिश के कारण रनवे संचालन एक घंटे से अधिक समय तक निलंबित रहा।