जाती टिप्पणियाँ – क्या है नया?
जब भी कोई सामाजिक मुद्दा सामने आता है तो जाति से जुड़ी बातें अक्सर चर्चाओं का हिस्सा बनती हैं। इस टैग पेज पर आपको ताज़ा समाचार, विश्लेषण और राय मिलेंगी जो सीधे आपके सवालों के जवाब देती हैं। चाहे आप छात्र हों या कामकाजी, यहाँ की जानकारी आसान भाषा में लिखी गई है, इसलिए पढ़ते‑ही समझ सकते हैं कि क्या चल रहा है।
ताज़ा अपडेट
अभी हाल ही में कई राज्यों में जाति‑आधारित बहसें तेज़ हो रही हैं – जैसे राजस्थाने में रामजी लाल सुमन के बयानों पर विरोध, दिल्ली की विधानसभा चुनावों में जातीय समीकरण और बिहार में मौसम से जुड़ी राहत कार्यों पर सामाजिक वर्गीकरण। इन सब खबरों को हमने एक ही जगह इकट्ठा किया है, ताकि आप बिना कई साइट खोलें सभी जानकारी पा सकें। प्रत्येक लेख का शीर्षक स्पष्ट है और उसमें मुख्य बिंदु पहले पैराग्राफ़ में दिए गए हैं।
मुख्य विश्लेषण
जाति‑टिप्पणी सिर्फ खबर नहीं, बल्कि उसकी गहराई भी समझनी ज़रूरी होती है। हमारे विशेषज्ञ छोटे‑छोटे बिंदुओं को तोड़‑मरोड़ कर नहीं बताते; वे सीधे कारण‑परिणाम की बात करते हैं। उदाहरण के तौर पर, जब वक्फ संशोधन विधेयक पास हुआ था, तो उसके पीछे सामाजिक संतुलन बनाने का मकसद क्या था – यह हम साफ़ शब्दों में समझाते हैं। इसी तरह बीएसई‑एनएसई की ट्रेडिंग हॉलिडे या ब्रिक्स के पेमेंट सिस्टम जैसे आर्थिक पहलुओं पर भी जाति प्रभाव को देखते हैं।
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तो अब देर किस बात की? नीचे दिए गए पोस्ट्स को पढ़िए, समझिए और अपने विचार बनाइए। जाति टिप्पणियों के बारे में जानने का सबसे सरल तरीका यही है – सीधे, साफ़ और तेज़।

अनुराग ठाकुर की जाति टिप्पणी से लोकसभा में हंगामा, राहुल गांधी ने पीएम मोदी को घेरा
30 जुलाई, 2024 को लोकसभा में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की जाति आधारित टिप्पणी से विवाद शुरू हो गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि बीजेपी जातिवाद को बढ़ावा दे रही है।