PM किसान – प्रधानमंत्री की किसान योजना पर गाइड
जब आप PM किसान के बारे में पढ़ते हैं तो समझते हैं कि यह प्रधानमंत्री की वह पहल है जो भारत के छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सुरक्षा देती है। PM किसान, सरकारी योजना जिसका उद्देश्य प्रतिवर्ष किसान को सीधे नकद सहायता, बीज‑उर्वरक सब्सिडी और सस्ती ऋण सुविधाएँ प्रदान करना है. Also known as प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, it became एक राष्ट्रीय नीति उपकरण। यह योजना किसानों की आय बढ़ाने, कृषि उत्पादन में सुधार करने और ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक स्थिरता लाने की कोशिश करती है।
इस बड़े विषय को समझने के लिए कुछ जुड़े हुए तत्वों को देखना ज़रूरी है। कृषि सुधार, फसल उत्पादन, जल प्रबंधन, बीज गुणवत्ता और तकनीकी सिखावन को बेहतर बनाने वाली नीतियों का समूह सीधे PM किसान की प्रभावशीलता को बढ़ाता है। वही प्रधानमंत्री, भारत के कार्यकारी प्रमुख जो नीतियों को बनाते और लागू करते हैं इस योजना को राष्ट्रीय एजेंडा में शीर्ष पर रखते हैं, जिससे बजट आवंटन और कार्यान्वयन तेज़ होता है। साथ ही किसान आंदोलन, किसानों द्वारा सरकारी नीतियों में सुधार की मांग हेतु आयोजित प्रदर्शन और हड़ताल ने इस योजना के विस्तार और सुधार पर सार्वजनिक दबाव डाला, जिससे नई सब्सिडी और बीज समर्थन में वृद्धि हुई। इन सभी तत्वों का आपस में जुड़ना यही कारण है कि PM किसान को अक्सर "किसान‑के‑लिए‑सबसे‑बड़ा‑सुरक्षा जाल" कहा जाता है।
मुख्य पहल और उनका प्रभाव
PM किसान की प्रमुख विशेषताएँ हैं: प्रतिवर्ष ₹6,000 सीधे बैंक खातों में ट्रांसफ़र, 7.5% से कम ब्याज पर कृषि कर्ज, बीज‑उर्वरक पर 30‑40% सब्सिडी और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिये तेज़ दस्तावेज़ीकरण। इन सुविधाओं ने कई राज्यों में किसान ऋण को घटाया, ऋण डिफ़ॉल्ट की दर को कम किया और फसल कटाई के बाद नकदी प्रवाह को स्थिर किया। वित्तीय वर्ष 2024‑25 में इस योजना के तहत 12 करोड़ से अधिक किसानों को लाभ मिला, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में लगभग ₹8,000 करोड़ का अतिरिक्त पूँजी प्रवाह हुआ।
पर्याप्त न्यूनतम लाभ उठाने के लिए किसान को पंजीकरण, आयु प्रमाण, जमीन दस्तावेज़ और बैंक खाता होना ज़रूरी है। कई राज्यों ने एकीकृत पोर्टल लॉन्च किए हैं जहाँ किसान एक ही क्लिक से अपने फॉर्म भर सकते हैं, स्थिति देख सकते हैं और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं। इस डिजिटल कदम ने मध्यवर्ती बिचौलियों को कम किया और योजना की पारदर्शिता बढ़ाई।
इन सभी पहलुओं को देखते हुए, नीचे आप देखेंगे कि हाल ही में इस योजना से जुड़े किस तरह के समाचार, विश्लेषण और अपडेट सामने आए हैं। चाहे वह वित्तीय रिपोर्ट हो, चुनाव में इस योजना का प्रभाव हो या किसान आंदोलन का परिणाम—सभी को इस संग्रह में शामिल किया गया है, जिससे आपको एक ही जगह संपूर्ण तस्वीर मिल सके।
शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़‑प्रभावित किसानों को 21वीं PM किसान किस्त जारी की
शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़‑पीड़ित हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड के 27 लाख किसानों को 21वी PM किसान किस्त जारी की, जिससे तुरंत राहत मिली।