वेतन क्या है? समझिए वेतन की पूरी जानकारी
When working with वेतन, कर्मचारी को उनके काम के बदले मिलने वाला नियमित भुगतान. Also known as पगार, it forms the core of anyone’s monthly income. वेतन में भत्ते, वेतन के अतिरिक्त मिलने वाली कोई विशेष परिस्थितियों या पद के लिए अतिरिक्त राशि शामिल होते हैं, जबकि कटौतियां, टैक्स, सामाजिक सुरक्षा, और अन्य आप्रवर्ज़न जो वेतन से घटाए जाते हैं जैसे घटक इसे घटाते हैं। भारत में न्यूनतम वेतन, सरकार द्वारा तय किया गया न्यूनतम भुगतान स्तर जो सभी कार्यकर्ताओं को मिलना चाहिए का निर्धारण रोजगार सुरक्षा का आधार है। इन सभी तत्वों की आपसी भावना यह है कि वेतन → भत्ते + कटौतियां → शुद्ध वेतन बनता है, और न्यूनतम वेतन → भुगतान की न्यूनतम सीमा तय करता है।
वेतन के प्रमुख घटक और उनका प्रभाव
वेतन संरचना को समझना आवश्यक है क्योंकि यह सीधे आपके खर्च, बचत और कर नियोजन को प्रभावित करता है। वेतन संरचना, वेतन को बेस सैलरी, भत्ते, बोनस, और वैकल्पिक लाभों में विभाजित करने का तरीका विभिन्न उद्योगों में अलग‑लग हो सकता है, पर मूल सिद्धांत समान रहता है: बेस सैलरी → भत्ते → बोनस → कटौतियां → शुद्ध वेतन। उदाहरण के तौर पर, सरकारी सेवा में महंगाई भत्ता (महँगाई सूचकांक के आधार) और घर किराया भत्ता (HRA) सामान्य होते हैं, जबकि निजी क्षेत्र में यात्रा भत्ता या फूड कार्ड जैसी चीज़ें जोड़ी जाती हैं। इस संरचना का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि भत्ते सीधे शुद्ध वेतन को बढ़ाते हैं, जबकि कटौतियां जैसे आयकर, प्रोफेशनल टैक्स, और कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) प्राथमिकता से घटाते हैं। जब आप अपने पेस्लिप को देखते हैं, तो इन घटकों को पहचानना आपको यह समझने में मदद करता है कि आपका वास्तविक आय कहाँ जा रहा है और भविष्य में किन क्षेत्रों में आप बचत या निवेश कर सकते हैं।
अभी के समय में कई कर्मचारियों के सवाल यही होते हैं: वेतन में वृद्धि कैसे प्राप्त करें, या न्यूनतम वेतन में बदलाव उनके वार्षिक बोनस को कैसे प्रभावित करेगा। उत्तर सीधे इन घटकों के बीच के संबंध में निहित है। यदि सरकार न्यूनतम वेतन को बढ़ाती है, तो निचले स्तर की पदवी वाले कर्मचारियों की बेस सैलरी किसी न किसी हद तक बढ़ती है, जिससे उनका वेतन स्तर, कुल वेतन जिसमें बेस, भत्ते, बोनस और अन्य सभी आय शामिल हैं ऊपर जाता है। साथ ही, कर स्लैब में बदलाव भी समानांतर रूप से शुद्ध वेतन को प्रभावित करता है। इसलिए, वेतन → कटौतियों → शुद्ध वेतन की गणना करते समय इन बदलावों को ध्यान में रखना चाहिए। इस गाइड में नीचे दी गई लेखों की सूची आपको अद्यतित सरकारी नियम, वेतन वृद्धि के टिप्स, बीमा और टैक्स प्लानिंग जैसे वास्तविक मुद्दों पर विस्तार से बताती है। आगे पढ़िए और जानिए कैसे आप अपने वेतन को बेहतर समझ कर वित्तीय निर्णय ले सकते हैं।

Mithun Manhas बने BCCI अध्यक्ष: वेतन‑भत्ता एवं सुविधाओं का खुलासा
Mithun Manhas ने 28 सितंबर 2025 को BCCI के अध्यक्ष पद संभाला। वेतन नहीं, पर INR 40 हज़ार‑USD 1 हज़ार दैनिक भत्ता और प्रीमियम यात्रा सुविधा मिलेगी। नई प्रशासनिक टीम के साथ भारतीय क्रिकेट का नया दौर शुरू.