गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम का अगला कोच बनाने की संभावना
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष रोजर बिन्नी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि गौतम गंभीर को राहुल द्रविड़ के बाद भारतीय क्रिकेट टीम का अगला मुख्य कोच बनाए जाने की संभावना है। यह घोषणा महत्वपूर्ण है क्योंकि राहुल द्रविड़ का कार्यकाल हाल ही में संपन्न हुआ है। द्रविड़ के नेतृत्व में टीम ने 2024 टी20 विश्व कप जीता, जिससे 11 साल का आईसीसी खिताब का सूखा खत्म हुआ।
गंभीर का अनुभव और संभावित योगदान
गौतम गंभीर, जिन्होंने 2011 के विश्व कप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, को कोच के रूप में चयनित करने की बात इसलिए की जा रही है क्योंकि वह सभी फॉर्मेट में व्यापक अनुभव रखते हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष बिन्नी का मानना है कि गंभीर की क्रिकेट समझ और अनुभव टीम के प्रदर्शन को और बेहतर कर सकते हैं। गंभीर पहले भी भारतीय टीम के कोच बनने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं और इसे एक बड़ा सम्मान मानते हैं।
राहुल द्रविड़ का कार्यकाल और उपलब्धियां
राहुल द्रविड़ के कार्यकाल की बात करें तो उन्होंने टीम को कठिन समय में भी मजबूती से संभाला। हालांकि टीम 2023 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप और ओडीआई विश्व कप में सफलता अर्जित नहीं कर पाई, परन्तु 2024 टी20 विश्व कप में उनकी कोचिंग के तहत टीम ने बड़ा सफर तय किया। बीसीसीआई अध्यक्ष बिन्नी ने द्रविड़ के योगदान की तारीफ की और उन्हें शिक्षा व अनुशासन का स्तंभ बताया।
विराट कोहली और रोहित शर्मा का संन्यास
साथ ही, भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भी टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास लेने की घोषणा की है। बिन्नी ने इस मौके पर कहा कि इन दिग्गज खिलाड़ियों की कमी को पूरा करना एक बड़ा चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। उन्होंने भरोसा जताया कि आईपीएल जैसे प्लैटफ़ॉर्म के माध्यम से नए और उभरते प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को ढूंढा जा सकेगा।
भविष्य की योजनाएं
बीसीसीआई अध्यक्ष ने आगे की योजनाओं का भी उल्लेख किया जिसमें टीम की संरचना और युवा खिलाड़ियों को अवसर देने की बात कही गई है। टीम की आगामी चुनौतियों के मद्देनजर नई योजनाएँ तैयार की जा रही हैं ताकि भारतीय क्रिकेट को एक नई ऊंचाई पर ले जाया जा सके। गौतम गंभीर को कोच बनाने की संभावना इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
निश्चित तौर पर, अगर गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनाया जाता है, तो यह टीम के लिए एक नए युग की शुरुआत होगी। क्रिकेट प्रेमियों की उम्मीदें और भारतीय क्रिकेट की भविष्य की दिशा, दोनों ही इस फैसले पर निर्भर करेंगी।
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19 टिप्पणि
गंभीर को कोच बनाना? अरे भाई, वो तो बस बोलने में अच्छे हैं, टीम को जीतने का तरीका नहीं जानते। 😅
गौतम गंभीर के पास टीम के लिए बिल्कुल सही बैलेंस है। उन्होंने खिलाड़ी के रूप में भी बड़े मैच जीते हैं, और अब कोच के रूप में भी वो टीम को एक नई आत्मा दे सकते हैं। उनकी रणनीति, उनकी लड़ाई की भावना, और उनकी अनुभवजन्य समझ टीम के लिए बहुत जरूरी है। वो बस बातें नहीं करते, वो काम करते हैं। उनके साथ युवा खिलाड़ियों को भी बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। वो एक ऐसे कोच हैं जो टीम के अंदर की भावनाओं को समझते हैं, और उन्हें जोड़ते हैं। उनकी नेतृत्व शैली में वो न केवल जीत की ओर ले जाते हैं, बल्कि टीम के अंदर एक स्थायी संस्कृति भी बनाते हैं। अगर वो कोच बने, तो भारतीय क्रिकेट का एक नया अध्याय शुरू होगा।
गंभीर की एक्सपर्टाइज़ और लीडरशिप क्वालिटीज़ टीम के लिए एक स्ट्रैटेजिक एडवांटेज होगी। उनका फॉर्मेट-अग्नोस्टिक अप्रोच भारतीय टीम के लिए बहुत रिलेवेंट है।
बीसीसीआई वाले फिर एक नए नाम से डर रहे हैं... वो तो बस फेमस हैं, नहीं तो असली कोचिंग तो द्रविड़ ने की थी। 🤷♀️
क्या हम वाकई एक कोच की जगह एक नाम के लिए इतना जोश दिखा रहे हैं? या हम अपने अतीत के हीरो को अगले युग के लिए बदलना चाहते हैं? कुछ सोचने लायक है।
मुझे लगता है गंभीर अच्छा चॉइस है। उनकी एनर्जी और टीम के साथ उनका कनेक्शन बहुत अच्छा है। बस इतना चाहिए कि वो खिलाड़ियों को समझें।
गंभीर के पास IPL का अनुभव है, जो आधुनिक क्रिकेट के लिए जरूरी है। द्रविड़ ने टेस्ट फोकस किया, अब टी20 और एक्सपेरिमेंट्स की जरूरत है।
मुझे लगता है गंभीर बहुत अच्छा होगा। वो बस अपनी बात रखते हैं, और खिलाड़ी उनकी बात मानते हैं।
गंभीर को कोच बनाना बिल्कुल गलत है। वो तो बस अपनी बातें करते हैं, टीम को जीतने की रणनीति नहीं बना सकते। द्रविड़ को हटाना एक भूल है।
अगर गंभीर को कोच बनाया तो भारत जीतेगा नहीं... वो तो बस बोलते हैं 😂
भारत का कोच बनने के लिए तो एक असली भारतीय चाहिए, जिसने देश के लिए खेला हो। गंभीर तो बस एक बातचीत करने वाला है।
गंभीर को कोच बनाने का फैसला बिल्कुल बेकार है... द्रविड़ ने जो किया वो बहुत बड़ा था। अब फिर एक नया नाम लेकर चले जाते हैं।
मुझे लगता है गंभीर के पास वो जोश है जो टीम को नई दिशा दे सकता है। वो बस बातें नहीं करते, वो बदलाव लाते हैं।
द्रविड़ ने टीम को बहुत सुधारा, लेकिन अब एक नया दृष्टिकोण चाहिए। गंभीर वो नया दृष्टिकोण हो सकते हैं।
गंभीर को कोच बनाने का फैसला भारतीय क्रिकेट का एक ऐतिहासिक क्षण होगा! ये वो लम्हा है जब नई शक्ति उभरती है! 🚀🔥
गंभीर तो बस अपनी बात रखते हैं, लेकिन द्रविड़ ने टीम को जीता दिया! गंभीर को कोच बनाना बेकार है!
गंभीर को कोच बनाना? ये तो बस एक फेमस नाम है... असली कोचिंग तो द्रविड़ ने की थी। अब बीसीसीआई फिर से एक नाम के लिए भारत को खतरे में डाल रहा है।
गौतम गंभीर के व्यक्तित्व और व्यवहार में एक अस्थिरता है, जो किसी भी राष्ट्रीय टीम के कोच के लिए अनुपयुक्त है। इस पद के लिए विश्वसनीयता और शांति की आवश्यकता है।
हम सब इस फैसले को एक नए युग के रूप में देख रहे हैं, लेकिन क्या हम भूल रहे हैं कि एक टीम की सफलता एक व्यक्ति पर निर्भर नहीं होती? क्या हम अपने अतीत के लिए एक नए नाम को देने के लिए टीम को अपने भावनात्मक बोझ से भारी नहीं कर रहे हैं?