स्विगी का IPO प्राइस बैंड Rs 371-390 के बीच निर्धारित: जानिए पूरी जानकारी

स्विगी का IPO प्राइस बैंड Rs 371-390 के बीच निर्धारित: जानिए पूरी जानकारी

स्विगी का IPO: भारतीय बाजार में नई दिशा

स्विगी, एक प्रमुख खाद्य और किराना आपूर्ति कंपनी, ने हाल ही में अपने प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) की घोषणा की है। यह IPO नवंबर 6 से 8 के बीच खुलने जा रहा है, जिसका प्राइस बैंड Rs 371 से 390 प्रति शेयर के बीच निर्धारित किया गया है। यह भारतीय निवेशकों के लिए एक महत्त्वपूर्ण अवसर है, कि वो इस बड़ी तकनीकी फर्म में निवेश कर सकें।

स्विगी का लक्ष्य इस IPO के माध्यम से 1.35 बिलियन डॉलर, जो लगभग 11,700 करोड़ रुपये है, जुटाने का है। हालांकि, उनका प्रारंभिक लक्ष्य 15 बिलियन डॉलर था, जिसे अब घटाकर 11.3 बिलियन डॉलर कर दिया गया है। यह कमी के बावजूद, यह IPO भारतीय बाजार में एक बड़ी सफलता की उम्मीद है।

IPO के प्रमुख तत्व

इस IPO में Rs 4,500 करोड़ का एक अपसाइज्ड प्राथमिक घटक और एक बिक्री के लिए पेशकश (OFS) शामिल है। यह OFS निवेशकों की भागीदारी के अनुसार समायोजित किया गया है। प्रारंभिक ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) में Rs 3,750 करोड़ के नए इक्विटी शेयरों का ताजा प्रस्ताव दिया गया और 182.3 मिलियन इक्विटी शेयरों की बिक्री शामिल थी।

यदि यह सफल होता है, तो स्विगी का IPO भारत में सबसे बड़े IPO में से एक होगा, जो हाल ही में आयोजित हुए Hyundai Motor India के ₹27,856 करोड़ (3.3 बिलियन डॉलर) की तुलना में होगा। हालाकि, बाजार में पिछली बड़ी कंपनियों जैसे Hyundai, Paytm, और LIC का प्रदर्शन थोड़ा निराशाजनक रहा है, जो स्विगी के निवेशकों को सतर्क रहने का संकेत देता है।

स्विगी का मौजूदा बाज़ार में स्थान

स्विगी का मौजूदा बाज़ार में स्थान

स्विगी की स्थापना 2014 में हुई थी और वर्तमान में यह भारत भर में 2,00,000 से अधिक रेस्तरां के साथ साझेदारी में है। यह कंपनी भारत में मुख्य रूप से Zomato, Zomato के Blinkit, Zepto, और Tata के BigBasket के साथ प्रतिस्पर्धा करती है।

प्रमुख निवेशक और मौजूदा शेयरधारक

स्विगी के प्रमुख निवेशकों में Prosus (32% हिस्सेदारी), Softbank (8%), और Accel (6%) शामिल हैं। अन्य शेयरधारकों में Elevation Capital, DST Global, Tencent, Qatar Investment Authority (QIA), और GIC Singapore शामिल हैं।

पृष्ठभूमि में, Zomato ने जुलाई 2021 में अपना IPO लॉन्च किया था, जिसका इश्यू आकार Rs 9,375 करोड़ था और यह 35 गुना ज्यादा ओवरसब्सक्राइब हुआ था। स्विगी को सितंबर में SEBI से अपने IPO की मंजूरी मिल गई थी, जिसमेें उन्होंने अप्रैल 30 को गोपनीय प्रे-फाइलिंग मार्ग के माध्यम से दस्तावेज दाखिल किए थे।

क्या होगी निवेशकों की प्रतिक्रिया?

क्या होगी निवेशकों की प्रतिक्रिया?

स्विगी के IPO की ओर निवेशकों की क्या प्रतिक्रिया होगी, इस पर सभी की नज़र है। आम धारणा यह है कि इस बड़ा IPO विलंबों और अन्य आर्थिक कारकों के बावजूद चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। जो निवेशक इसमें रुचि रखते हैं, उन्हें भी मौजूदा बाजार के हालात और कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य का जायजा लेना चाहिए।

भारतीय निवेश बाजार में इस तरह की बड़ी गतिविधियाँ निवेशकों के लिए आवश्यक अवसर प्रस्तुत करती हैं, लेकिन सदैव यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि निर्णय पूरी जानकारी और सतर्कता के साथ लिया जाए।

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