अमित शाह: राजनीति का प्रमुख चेहरा और उनकी नई ख़बरें
अगर आप भारतीय राजनीति को फॉलो करते हैं तो अमित शाह का नाम सुनते‑ही आपके दिमाग में कई बातें चलती होंगी – पार्टी की रणनीति, चुनावी जीत, कानूनों में बदलाव। इस पेज पर हम उनके बारे में आसान भाषा में बताते हैं और सबसे ताज़ा खबरें भी लाते हैं।
अमित शाह की राजनीतिक यात्रा
अमित शाह का जन्म 1964 में गुजरात के सौरभपुर में हुआ था। उन्होंने अपने शुरुआती सालों में स्थानीय राजनीति से कदम बढ़ाया और जल्दी ही बीजेपी के मुख्य कार्यकारियों में जगह बनाई। 2001 में वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने, फिर दो साल बाद उन्हें गुजरात में गृह मंत्री नियुक्त किया गया। इस दौरान उन्होंने कई बड़े कानून लागू किए, जिनमें गुप्तचर निगरानी की अनुमति देने वाला अधिनियम भी शामिल था।
2014 में नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद संभालते ही अमित शाह को केंद्र सरकार का मुख्य सचिव बनाया और जल्द‑ही 2014 के बाद उन्हें गृह मंत्री नियुक्त किया गया। तब से उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी उपायों और चुनाव सुधार पर ध्यान दिया। उनका नाम अक्सर ‘विनाशकारी रणनीतिकार’ कहा जाता है क्योंकि वे कई बार विरोधियों की जीत को रोकने में सफल रहे हैं।
नवीनतम घटनाएँ और प्रभाव
हाल के महीनों में अमित शाह ने कुछ अहम कदम उठाए हैं। सबसे बड़ी खबर यह थी कि उन्होंने 2025 के चुनावों से पहले कई छोटे‑बड़े राजनैतिक गठजोड़ को बदल दिया, जिससे बीजेपी का समर्थन बढ़ा। इसके अलावा, उन्होंने संसद में एक नया विधेयक पेश किया जो विदेशी निवेशकों को भारतीय शेयर बाजार में आसान पहुंच देता है – इस कदम से स्टॉक मार्केट में हलचल देखी गई।
अमित शाह की सुरक्षा नीतियों ने भी चर्चा बटोरी। वे ‘साइबर सुरक्षा’ को लेकर एक राष्ट्रीय योजना शुरू करने वाले थे, जिससे सरकारी वेबसाइटों पर हमलों को रोका जा सके। यह पहल छोटे‑बड़े व्यवसायों के लिए भी फायदेमंद मानी जा रही है क्योंकि इससे डिजिटल लेन‑देन सुरक्षित रहेगा।
इन सभी बदलावों का असर आम लोगों तक भी पहुंच रहा है। उदाहरण के तौर पर, कई राज्यों में अब चुनावी मतपत्रों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से जमा करने की प्रक्रिया तेज़ हो गई है, जिससे वोटिंग आसान और तेज़ हुई। इसके पीछे अमित शाह की टीम ने तकनीकी समाधान लागू किए हैं जो ग्रामीण क्षेत्रों में भी काम कर रहे हैं।
समाचार के अनुसार, अगले साल एक बड़ी विधायी सभा होगी जहाँ अमित शाह फिर से कुछ प्रमुख कानून पेश करने वाले हैं। इस बार उनका फोकस आर्थिक विकास और रोजगार सृजन पर होगा। अगर आप इन अपडेट्स को मिस नहीं करना चाहते तो रचनात्मक संगम समाचार पर आते रहिए – हम हर नई जानकारी तुरंत आपके सामने लाते हैं।
संक्षेप में, अमित शाह भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं जिन्होंने कई बड़े निर्णयों से देश की दिशा बदली है। उनकी नीतियों का असर रोज़मर्रा के जीवन में भी दिखता है, चाहे वह सुरक्षा हो या आर्थिक अवसर। इस पेज पर आप उनके बारे में पूरी जानकारी और नवीनतम समाचार पा सकते हैं, इसलिए पढ़ते रहें और अपडेटेड रहें।

वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पर अमित शाह ने नीतीश की कौन-सी बात मानी? जेडीयू समर्थन को तैयार
लोकसभा में 12 घंटे की बहस के बाद वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 288-232 से पारित हुआ। अमित शाह ने साफ कहा कि कानून का लागू होना prospective होगा, जिससे जेडीयू की मुख्य आपत्ति दूर हुई। गैर-मुस्लिमों की भूमिका केवल प्रशासनिक निगरानी तक सीमित रहने की बात भी स्पष्ट की गई। उसके बाद जेडीयू ने समर्थन दिया। बिल पारदर्शिता, ऑडिट और डिजिटल पोर्टल जैसे बदलाव लाता है।

मोदी को मध्यरात्रि से पहले अमित शाह को बर्खास्त करने की खarge की मांग: आंबेडकर पर टिप्पणियों पर विवाद
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खarge ने पीएम नरेंद्र मोदी से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को आंबेडकर पर की गई टिप्पणियों के लिए बर्खास्त करने की मांग की है। शाह ने राज्यसभा में कांग्रेस पर आंबेडकर के नाम का बार-बार उपयोग करने का आरोप लगाते हुए टिप्पणी की थी। खarge ने इस टिप्पणी को अपमानजनक बताते हुए अमित शाह और सरकार पर संविधान विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया।