जो रूट का शानदार प्रदर्शन
इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में जो रूट ने अपने 32वें टेस्ट शतक से धमाल मचाया। ट्रेंट ब्रिज में 21 जुलाई 2024 को खेले जा रहे इस मैच में रूट ने अपनी बल्लेबाजी से दर्शकों का दिल जीत लिया। इस शतक के साथ रूट ने न सिर्फ अपनी टीम के लिए एक मजबूत नींव रखी, बल्कि व्यक्तिगत उपलब्धियों के मामले में भी उन्होंने खुद को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। अब वे सक्रिय क्रिकेटरों में स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन के शतक की बराबरी कर चुके हैं।
हैरी ब्रूक के साथ शानदार साझेदारी
जो रूट और हैरी ब्रूक के बीच चौथे विकेट के लिए 189 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। इस साझेदारी ने इंग्लैंड को एक मजबूत स्थिति में ला दिया। ब्रूक ने भी इस मैच में शतक जमाया और अपने करियर में एक नई शुरुआत की। उनकी बल्लेबाजी ने इंग्लैंड के स्कोरबोर्ड पर 400 से ज्यादा रन बनाए, जो टीम के इतिहास में पहली बार दोनों पारियों में 400 से ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। दोनों बल्लेबाजों की शानदार पारियों ने इंग्लैंड को एक विशाल स्कोर की ओर अग्रसर किया।
ट्रेंट ब्रिज पर रूट का पांचवां शतक
ट्रेंट ब्रिज का मैदान जो रूट के लिए हमेशा भाग्यशाली साबित होता रहा है। यह उनका इस मैदान पर पांचवां शतक है, जो डेनिस कॉम्पटन और माइक अथर्टन के रिकॉर्ड की बराबरी करता है। रूट ने अपनी टीम के लिए लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 142 टेस्ट मैचों में 32 शतक पूरे कर लिए हैं। अब वे सिर्फ एक शतक दूर हैं एलिस्टेयर कुक के इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा शतक (33) के रिकॉर्ड से।
इंग्लैंड की दूसरी पारी
इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 425 रन बनाए और 92.2 ओवर में आउट हो गई। इस तरह उन्होंने वेस्ट इंडीज के सामने 384 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। इस दौरान रूट और ब्रूक की शानदार पारियों ने इंग्लैंड को मजबूत स्थिति में ला दिया। रूट की पारी ने पुष्टि की कि वे अभी भी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं, और उनकी बल्लेबाजी का जादू जारी है।
स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन की बराबरी
रूट का यह शतक उनके करियर के शानदार सफर का एक और साबित हुआ है। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से साबित किया कि उम्र का असर उनके खेल पर नहीं पड़ा है। स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन जो मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिने जाते हैं, अब रूट भी उसी कड़ी में शामिल हो गए हैं।
टीम स्पिरिट और प्रदर्शन
इस मैच में जो रूट के साथ-साथ पूरी इंग्लैंड टीम का प्रदर्शन काबिल-ए-तारीफ रहा। इस साल इंग्लैंड ने टेस्ट क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। टीम के नए और युवा खिलाड़ियों ने अपने खेल से दर्शकों का मन जीत लिया है। इंग्लैंड की टीम अब अगले मैच के लिए भी पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रही है।
इस मैच का अंत इंग्लैंड के लिए उम्मीदों से अधिक सुखद साबित हो सकता है, अगर वे अपनी गेंदबाजी से वेस्ट इंडीज को सीमित रनों पर रोक पाने में सफल होते हैं। आगे की मैचों में इंग्लैंड की टीम का प्रदर्शन देखने के लिए दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
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20 टिप्पणि
रूट का शतक देखकर लगा जैसे कोई बैलेट नाच रहा हो। बिल्कुल स्वादिष्ट बल्लेबाजी।
इंग्लैंड की टीम अब बहुत अच्छी लग रही है। युवा खिलाड़ी भी आ गए हैं, और वेटरन्स भी अभी भी जल रहे हैं।
भारत के खिलाफ ये सब बातें नहीं चलेगी। ये तो बस घर पर बैठकर फेक रिकॉर्ड बना रहे हैं।
32 शतक? बहुत कम है। कुक के 33 तो बस एक बार और खेल देते तो बराबर हो जाता। बस यही बात है।
इस प्रदर्शन का विश्लेषण करने के लिए आंकड़ों को गहराई से देखना आवश्यक है। रूट की बल्लेबाजी का स्थिरता गुणांक दूसरे किसी खिलाड़ी से अधिक है।
क्या ये सब बस एक बड़ा नाटक है? जब तक भारत नहीं खेलता, तब तक ये सब बातें बस एक फैंटेसी है।
रूट का खेल देखकर लगता है कि वो बस अपने आप को खेल रहे हैं। बहुत शांत, बहुत गहरा।
32 shatka? bhai kya baat hai yaar. kuch bhi nahi, sirf ek baar aur khel de toh cook ke piche ho jayega. bas.
इंग्लैंड की टीम अब बहुत अच्छी लग रही है। लेकिन ये सब तो बस एक बड़ी धोखेबाजी है।
क्या यह वास्तविकता है, या हम सिर्फ एक अद्भुत कल्पना के भीतर जी रहे हैं? रूट का शतक... एक अनंत काल का संकेत है।
अरे भाई, ये तो रूट का जादू है! उसकी बल्लेबाजी देखकर तो लगता है जैसे बारिश हो रही हो और सब कुछ नया हो रहा हो।
जो रूट का यह शतक न केवल एक खेल की उपलब्धि है, बल्कि एक सांस्कृतिक घटना है, जिसने आधुनिक क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय लिख दिया है।
32 शतक? ये तो बस एक बड़ा बकवास है। भारत में तो ये लोग चाय की दुकान पर बैठकर इतना बड़ा बकवास करते हैं।
हैरी ब्रूक का शतक भी बहुत अच्छा रहा। उसकी बल्लेबाजी में एक नया जोश है। इंग्लैंड के लिए ये बहुत अच्छी बात है।
रूट का खेल देखकर लगता है कि वो बस खेल रहे हैं, बिना किसी दबाव के। ऐसे खिलाड़ी ही असली नायक होते हैं।
शतक तो बहुत है, लेकिन जीत नहीं हुई तो सब कुछ बेकार। अब गेंदबाजी देखनी होगी।
ये सब एक बड़ी चाल है। जानते हो न? वेस्ट इंडीज को इतना आसानी से खेलने दिया गया। अब भारत के खिलाफ जब खेलेंगे तो ये सब गायब हो जाएगा। 😒
रूट की बल्लेबाजी बहुत स्मार्ट है। उसके शॉट्स में कोई जल्दबाजी नहीं। बस धीरे-धीरे रन बनाता है। ये ही असली बल्लेबाजी है।
अरे ये सब तो बस एक नाटक है। भारत ने जब खेला तो क्या हुआ? कोई शतक नहीं बना। इंग्लैंड के लोग अपने घर पर बैठकर बड़बड़ा रहे हैं।
रूट का शतक देखकर लगा जैसे एक पुराना गाना फिर से बज रहा हो। उसकी बल्लेबाजी में उतनी ही गहराई है जितनी एक अच्छी कहानी में। अब ये बात नहीं कि कितने शतक हुए, बल्कि ये कि उसने कैसे खेला। उसकी शांति, उसका धैर्य, उसका अहंकार नहीं - ये सब देखने लायक है। बहुत लोग इसे सिर्फ आंकड़ों में देखते हैं, लेकिन ये तो एक अनुभव है। जब तुम उसकी बल्लेबाजी देखते हो, तो लगता है जैसे समय रुक गया हो। वो बस खेल रहे हैं, नहीं जीतने की चिंता कर रहे। इसीलिए वो इतने अलग हैं। आज के जमाने में ऐसा कोई नहीं है जो इतना शांत होकर भी इतना ज़ोरदार खेल सके। ये तो बस एक अद्भुत दृश्य है। एक ऐसा खिलाड़ी जिसे देखकर तुम खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करते हो। बस इतना ही कहना है - जो रूट को देखो, और फिर सोचो कि तुम क्या कर रहे हो।