शुक्रवार 13वीं तारीख को अशुभ क्यों माना जाता है? तारीख के पीछे के लोककथाओं और इतिहास की खोज

शुक्रवार 13वीं तारीख को अशुभ क्यों माना जाता है? तारीख के पीछे के लोककथाओं और इतिहास की खोज

परिचय: शुक्रवार 13वीं का अंधविश्वास

शुक्रवार 13वीं तारीख को अशुभ माना जाना एक पुराना और व्यापक अंधविश्वास है, जो प्राचीन इतिहास और पौराणिक कथाओं में अपनी जड़ें ढूंढ़ता है। इस मान्यता के पीछे कौन-कौन से कारण हैं, और यह कैसे एक अंधविश्वास से बढ़कर हमारे सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन का हिस्सा बन गया, इस पर गहराई से विचार करना जरूरी है।

नॉर्स पौराणिक कथा का अवलोकन

इस अंधविश्वास का एक महत्वपूर्ण स्रोत नॉर्स पौराणिक कथा में मिलता है। नॉर्स धर्म में, लोकी, जो कि एक शरारती देवता थे, ने वल्हल्ला में एक भोज में 13वें अतिथि के रूप में भाग लिया। उनकी उपस्थिति ने बाल्डर, जो कि प्रकाश और आनंद के देवता थे, की मृत्यु का कारण बनी। इस घटना ने 13 संख्या को शापित और अशुभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

ईसाई परंपरा और आखिरी भोजन

ईसाई धर्म में, येशु मसीह का अंतिम भोजन भी इस अंधविश्वास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। इस अंतिम भोजन में येशु के साथ 13 लोग शामिल थे, और 13वें व्यक्ति यहूदा ऐस्कैरियट थे, जिन्होंने येशु को धोखा दिया। इसके बाद येशु की शुक्रवार के दिन सूली पर चढ़ाई की गई, जिससे इस दिन को अशुभ माना जाने लगा।

अन्य ऐतिहासिक घटनाएं

इतिहास में कई और घटनाएं हैं जिनसे शुक्रवार और 13 नंबर की अशुभता को जोड़ा जा सकता है। उदाहरण के लिए, यह माना जाता है कि आदम और हव्वा ने शुक्रवार के दिन निषिद्ध फल खाया था, और इसी दिन कैन ने अपने भाई एबेल की हत्या कर दी थी। इन घटनाओं ने शुक्रवार को एक अशुभ दिन के रूप में प्रतिष्ठित कर दिया।

साहित्यिक योगदान

साहित्यिक योगदान

इस अंधविश्वास को 19वीं सदी में और अधिक लोकप्रियता मिली, खासकर थॉमस विलियम लॉसन की 1907 में प्रकाशित पुस्तक *फ्राइडे, द थर्टींथ* के माध्यम से। इस उपन्यास में लेखक ने इस अंधविश्वास का इस्तेमाल करके वित्तीय दहशत फैलाने की साजिश की।

वैश्विक दृष्टिकोण

यह मान्यताएं विश्व भर में व्यापक रूप से प्रचलित हैं, लेकिन हर जगह पर इन्हें स्वीकार नहीं किया गया है। उदाहरण के लिए, स्पेन में मंगलवार 13 को अशुभ माना जाता है, जबकि इटली में शुक्रवार 17 को अशुभ माना जाता है। इस प्रकार, विभिन्न संस्कृतियों में अलग-अलग दिनों और तारीखों के प्रति अंधविश्वास की धारणाएं होती हैं।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण

इसके बावजूद कि इस अंधविश्वास का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है, शुक्रवार 13वीं की तारीख का डर अब भी हमारे सांस्कृतिक और आर्थिक व्यवहार को प्रभावित करता है। कई लोग इस तारीख को लेकर असहज महसूस करते हैं और यात्रा करने या महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचते हैं।

निष्कर्ष

शुक्रवार 13वीं के दिन को अशुभ मानना एक गहरी जड़ें रखने वाला अंधविश्वास है, जिसे हमारी सांस्कृतिक और पौराणिक धरोहरों से विरासत में मिला है। चाहे वह नॉर्स पौराणिक कथा हो या ईसाई परंपरा, इस अंधविश्वास ने हमारी सोच और व्यवहार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भले ही इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, यह मान्यता आज भी जीवित और प्रभावी है।

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