ट्राय-नेशन सीरीज की रूपरेखा
अप्रैल‑मई 2025 में श्रीलंका के R. Premadasa स्टेडियम में आयोजित पहली महिला ट्राय-नेशन अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला ने क्रिकेट प्रेमियों को उत्साह से भर दिया। भारत, दक्षिण अफ्रीका और मेज़बान टीम, श्रीलंका, ने 50 ओवर के एकदिवसीय फॉर्मेट में मुकाबला किया। टूर्नामेंट दो बार प्रत्येक विरोधी के खिलाफ खेले जाने वाले डबल राउंड‑रॉबी नियम पर आधारित था, जिससे हर टीम को अधिक गेमप्ले और रणनीतिक विकल्प मिल सके।
भारत की शुरुआत 27 अप्रैल को श्रीलंका के खिलाफ हुई। शुरुआती पिच के तेज़ी से चमकीले बॉल ने शॉट्स को आसान बना दिया, और भारत ने 56 गेंद बचते हुए 9 विकेट से 149/1 का लक्ष्य हासिल किया। इस जीत ने टीम के आत्मविश्वास को त्वरित गति दी और अगले मैचों में भी लगातार जीत की नींव रखी। समूह चरण में भारत ने चार में से तीन मैच जीते, 6 अंक और 0.457 की नेट रन रेट के साथ तालिका की शिखर पर पहुंचा। दक्षिण अफ्रीका केवल एक जीत कर तीसरे स्थान पर रही, जबकि मेज़बान टीम दूसरे स्थान पर बनी।
फ़ाइनल में भारत की जीत
11 मई को फ़ाइनल में भारत ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग करने का विकल्प चुना। 342/7 का भारी लक्ष्य सेट किया, जिसमें स्मृति मंडाना ने 101 गेंदों पर 116 रन बनाकर शतक जताया। उनके साथ मध्यक्रम में प्रीति रावल ने स्थिरता दिखाई, जबकि नए डेब्यू करने वाले कृष्णी गौड ने भी तेज़ शुरुआत की। उनके बाद स्नेह राणा ने गेंदबाजी में बेमिसाल प्रदर्शन किया, 9.2 ओवर में 4 विकेट लेकर 38 रन देकर विरोधी को परेशान किया।
श्रीलंका ने 48.2 ओवर में 245 रन बनाकर बीच में ही आउट हो गई। टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर चमारि अथापाथु ने 66 गेंदों पर 51 रन बनाए, पर लक्ष्य बहुत ऊँचा था। अंत में भारत ने 97 रन से जीत हासिल कर ट्राय-नेशन सीरीज का खिताब अपने नाम किया।
सीरीज के दौरान कुछ महत्वपूर्ण आँकड़े उभरे:
- स्मृति मंडाना का 116 रन (101 बॉल) – फाइनल में सबसे बड़ा शतक।
- स्नेह राणा की 4/38 – फ़ाइनल में सबसे प्रभावी गेंदबाजी।
- कृष्णी गौड की ODI डेब्यू, जो टीम में नई ऊर्जा लायी।
- भारत ने कुल 4 मैच जीते, 2 मैच हारें – पूरे टुर्नामेंट में संतुलित प्रदर्शन।
इस जीत ने इंडिया महिला क्रिकेट टीम को 2025 के विश्व कप के लिए एक मजबूत मंच प्रदान किया। खिलाड़ी अपनी फॉर्म में हैं, और कोचिंग स्टाफ ने कहा है कि यह श्रृंखला टीम को बैट और बॉल दोनों में नई रणनीतियों को आज़माने का अवसर दिया। आगामी विश्व कप में टीम को इस जोश और आत्मविश्वास को कायम रखना होगा, ताकि वे अपनी पहली जीत को दोहराने में कामयाब हो सकें।
एक टिप्पणी लिखें
आपकी ईमेल आईडी प्रकाशित नहीं की जाएगी.
10 टिप्पणि
स्नेह राणा की गेंदबाजी देखकर लगा जैसे कोई ड्रामा चल रहा हो। उसकी लाइन और लेंथ बिल्कुल परफेक्ट थी। श्रीलंका के बल्लेबाज़ तो उसके सामने बस खड़े रह गए।
अब तक की सबसे बेहतरीन महिला टीम का प्रदर्शन। हमारे खिलाड़ी असली लड़ाके हैं। दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका को देखो, वो तो बस बैठे रहे।
smriti mandhana ne 116 kyun nahi banaye? ye sabhi stats toh bas media ke liye hai na? koi real impact nahi dikh raha
भाई ये जीत नहीं, एक जश्न है! जब तक हमारी महिलाएं इसी तरह खेलेंगी, विश्व कप का ताज तो बस हमारे सिर पर ही रहेगा। जय हिंद!
krisni gaud ki debut dekhi? ye ladki future ki captain hai. abhi se hi uske liye sab kuch prepare karo. yehi hai real talent
फिर से ये सब जल्दबाजी। एक टूर्नामेंट जीत लिया, अब सब विश्व कप की बात करने लगे। विश्व कप तो वो होता है जहाँ आपको ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ खेलना पड़ता है।
राणा की गेंदबाजी देखकर लगा जैसे वो बल्लेबाज़ों के दिमाग में घुस गई हो। एक गेंद पर भी उनकी आँखें नहीं खुलीं। ये तो बस बॉल को नहीं, दिमाग को भी फिर रही थी।
इस टीम का निर्माण बहुत व्यवस्थित ढंग से हुआ है। बैटिंग ऑर्डर में गहराई, बॉलिंग में विविधता, और फील्डिंग में एकाग्रता। यह एक टीम है, न कि केवल खिलाड़ियों का समूह।
क्या हम सिर्फ जीत के लिए खेल रहे हैं? या हम इस खेल को बदल रहे हैं? ये जीत तो एक शुरुआत है... असली जीत तो तब होगी जब एक गाँव की लड़की भी क्रिकेट के लिए अपने परिवार को बदल दे।
मैं तो बस इतना कहूंगा कि इस टीम के लिए बहुत बहुत बधाई। बस इतना ही। बाकी सब बातें बाद में।