नास्डैक में 2 साल की सबसे बड़ी गिरावट, चिप स्टॉक्स ने ध्वस्त किया बाजार

नास्डैक में 2 साल की सबसे बड़ी गिरावट, चिप स्टॉक्स ने ध्वस्त किया बाजार

टेक स्टॉक्स की भारी गिरावट

बुधवार को नास्डैक कंपोजिट इंडेक्स ने लगभग दो वर्षों में अपनी सबसे बड़ी गिरावट देखी। चिप स्टॉक्स में बड़ी गिरावट के कारण यह गिरावट आई, जिसके चलते नास्डैक ने 512 अंक या 2.77% की कमी दर्ज की और 17,996.92 के स्तर पर बंद हुआ। यह दिसंबर 2022 के बाद का सबसे निचला बंद स्तर था।

चिप निर्माताओं की बुरी स्थिति

इस गिरावट का मुख्य कारण चिप निर्माताओं के शेयरों में भारी कमी थी। NVIDIA, जो एक अग्रणी एआई चिप निर्माता है और जिसका बड़ी मात्रा में राजस्व चीन से आता है, ने अपने शेयर के दाम में 6.64% की गिरावट देखी। NVIDIA के शेयर 117.97 डॉलर पर बंद हुए। अन्य प्रमुख तकनीकी स्टॉक्स में भी गंभीर गिरावट दर्ज की गई। Apple के शेयर 2.53% गिरकर 228.88 डॉलर पर, Microsoft के शेयर 1.33% गिरकर 443.52 डॉलर पर, और Meta के शेयर 5.68% गिरकर 461.99 डॉलर पर बंद हुए।

चीन के साथ ट्रेड में संभावित प्रतिबंध

चीन के साथ ट्रेड में संभावित प्रतिबंध

रिपोर्टों के अनुसार, जो बाइडन प्रशासन चीन के साथ व्यापार को टाइट कर सकता है, विशेषकर अगर चीन अमेरिका में निर्मित उन्नत सेमीकंडक्टर्स तक पहुंचना जारी रखता है। यह निर्णय विदेशी प्रत्यक्ष उत्पाद नियम (FDPR) को पुनः लागू करने के द्वारा लिया जा सकता है। यह नियम 1959 में पहली बार पेश किया गया था और अमेरिकी मिट्टी पर निर्मित टेक्नोलॉजी के व्यापार को प्रतिबंधित करने की अनुमति देता है।

डॉव जोन्स में तेजी

हालांकि, डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज ने 243.60 अंक या 0.59% की बढ़ोत्तरी दर्ज की और 41,198.08 के स्तर पर बंद हुआ। यह बढ़ोत्तरी मुख्यतः Johnson & Johnson और UnitedHealth Group के शेयरों में लाभ के कारण हुई।

अगले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि नास्डैक कंपोजिट इंडेक्स, विशेषकर चिप स्टॉक्स, इस गिरावट से कैसे उबर पाते हैं। इसके साथ ही, जो बाइडन प्रशासन के फैसले चीन के साथ व्यापार पर किस प्रकार का प्रभाव डालेंगे, यह विश्लेषण करना बेहद जरूरी होगा।

15 टिप्पणि

Sukanta Baidya
Sukanta Baidya
जुलाई 20, 2024 AT 06:16

ये चिप्स का बाजार तो अब एक बड़ा बुलशिट हो गया है। जब तक निवेशक एआई के नाम पर भाग रहे, सब कुछ फ्लैशी लग रहा था। अब जब चीन के साथ ट्रेड बंद हो सकता है, तो ये सब घर के बाहर की बातें निकल गईं।

Adrija Mohakul
Adrija Mohakul
जुलाई 20, 2024 AT 14:12

nvidia ka share gira hai lekin unki tech abhi bhi best hai. agar china ke saath trade band hua toh usa ke chip makers ko apne manufacturing ko upgrade karna hoga. ye long term me achha hi hoga.

Dhananjay Khodankar
Dhananjay Khodankar
जुलाई 20, 2024 AT 14:58

सब डर रहे हैं लेकिन ये गिरावट तो बस एक शुद्धीकरण है। जो लोग सिर्फ ट्रेंड के साथ चल रहे थे, वो अब भाग रहे हैं। असली टेक कंपनियां जो रियल इनोवेशन कर रही हैं, वो इस तूफान में भी बचेंगी।

shyam majji
shyam majji
जुलाई 20, 2024 AT 20:35

देखो ये बाजार फिर से बोल रहा है

shruti raj
shruti raj
जुलाई 22, 2024 AT 10:11

ये सब एक बड़ा फेक है 😈 चीन और अमेरिका एक साथ डिज़ाइन कर रहे हैं कि कैसे हम सब को डरा सकें। अब तक जो भी एआई का दावा कर रहा था, वो सब बस एक बड़ा कैमूफ्लाज था। अगला स्टॉक मार्केट फेक होगा और फिर भारत के निवेशकों को लूट लिया जाएगा 💸🤯

Khagesh Kumar
Khagesh Kumar
जुलाई 24, 2024 AT 01:07

सरल बात है। चीन के बिना चिप्स बनाना मुश्किल है। अमेरिका अपने घर में बनाने की कोशिश कर रहा है लेकिन ये लंबा समय लेगा। अभी के लिए बाजार डर रहा है।

Ritu Patel
Ritu Patel
जुलाई 25, 2024 AT 16:46

अब तक जिन लोगों ने टेक स्टॉक्स में पैसा डाला था, वो सब अब अपनी गलतियों का बदला चुका रहे हैं। ये नहीं समझते कि टेक्नोलॉजी बिना नियंत्रण के बस एक बड़ा जाल है। अब तो सब बुरा हो रहा है।

Deepak Singh
Deepak Singh
जुलाई 26, 2024 AT 03:38

यहाँ एक बहुत ही स्पष्ट और तकनीकी रूप से गलत अनुमान है। फीडबैक लूप और डिमांड-सप्लाई डायनामिक्स को नज़रअंदाज़ करके, आप यह दावा कर रहे हैं कि चीन के साथ व्यापार प्रतिबंध बाजार के लिए नकारात्मक हैं-लेकिन यह विपरीत है। अमेरिकी सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए यह एक अवसर है।

Rajesh Sahu
Rajesh Sahu
जुलाई 27, 2024 AT 16:25

अमेरिका के लिए ये बात अच्छी है! हम भारत में भी चिप बनाने लगे! अब अमेरिका को चीन पर निर्भर रहने दो! हम बनाएंगे, हम खरीदेंगे, हम निर्यात करेंगे! भारत टेक का नया दिल होगा! 🇮🇳🔥

Chandu p
Chandu p
जुलाई 29, 2024 AT 09:18

दोस्तों, ये गिरावट बस एक बार की है। भारत अब टेक में बड़ा खिलाड़ी बन रहा है। अगर हम अपने निवेश को सही जगह लगाएं, तो ये तूफान हमारे लिए नया अवसर बन सकता है। धैर्य रखो, अच्छा समय आएगा 💪🙏

Gopal Mishra
Gopal Mishra
जुलाई 30, 2024 AT 05:54

इस गिरावट को बस एक अस्थायी संकोच मानना चाहिए। चिप उद्योग के लिए यह एक निर्णायक मोड़ है। अमेरिका की FDPR नीति लंबे समय में दुनिया के सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला को स्थायी बनाने में मदद करेगी। भारत के लिए यह एक अवसर है-हमें अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को तेजी से विकसित करना होगा। निवेश के लिए अभी बहुत अच्छा समय है, बस धैर्य रखें।

Swami Saishiva
Swami Saishiva
जुलाई 30, 2024 AT 19:32

सब भूल गए कि ये सब बस एक बड़ा फ्रॉड है। एआई नहीं, निवेश नहीं, बस एक बड़ा जाल है जिसमें आपका पैसा फंसा है। अब तो सब भाग रहे हैं। तुम लोगों को नहीं पता कि तुम क्या खरीद रहे हो।

Swati Puri
Swati Puri
अगस्त 1, 2024 AT 00:01

इस गिरावट का असली कारण चीन-अमेरिका ट्रेड वॉर का साइबर-इकोनॉमिक ट्रांसमिशन है। चिप स्टॉक्स के डिमांड-सप्लाई मॉडल में इंटरडेपेंडेंसी का ब्रेकडाउन हुआ है। इसका नेट इफेक्ट ग्लोबल सेमीकंडक्टर वैल्यू चेन में एक लंबी रीडिस्ट्रिब्यूशन होगी।

megha u
megha u
अगस्त 1, 2024 AT 14:57

ये सब अभी तक चल रहा है तो अगला बड़ा क्रैश तो आएगा ही 😴💸 चीन ने तो अभी तक कुछ नहीं किया... अब तो बस देखो कि कैसे अमेरिका अपना सारा टेक खो देता है... 🤖💣

pranya arora
pranya arora
अगस्त 3, 2024 AT 03:54

क्या ये गिरावट बस एक बाजार की गलती है? या ये एक नए युग की शुरुआत है-जहां हम टेक्नोलॉजी को अपनी आत्मा के बजाय, अपने इंसानियत के लिए बनाएंगे? कभी-कभी बाजार गिरता है ताकि हम फिर से सोच सकें।

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