इंटेल के सामने अस्तित्व का संकट: अर्धशतकीय गिरावट के कगार पर शेयर

इंटेल के सामने अस्तित्व का संकट: अर्धशतकीय गिरावट के कगार पर शेयर

इंटेल का अस्तित्व संकट: शेयर गिरावट और लागत कटौती पर एक विस्तृत नज़र

दुनिया की प्रमुख चिप निर्माता कंपनी इंटेल का हालिया आय रिपोर्ट निवेशकों और विश्लेषकों के बीच चिंता का कारण बन गई है। कंपनी द्वारा प्रस्तुत आंकड़े और बदलते दृष्टिकोण ने विश्लेषणकर्ताओं को उलझन में डाल दिया है। बर्नस्टीन विश्लेषक स्टेसी रासगॉन ने इसे 'अस्तित्व का संकट' बताया है, जो कंपनी और उसके शेयरधारकों के लिए एक गंभीर सवाल पैदा करता है।

इंटेल के सीईओ पैट गेलसिंगर ने एक व्यापक लागत कटौती योजना के तहत $10 बिलियन की बचत और 15% कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है। इन उपायों का उद्देश्य कंपनी की लागत संरचना को नए परिचालन मॉडल के साथ संरेखित करना है, क्योंकि कंपनी की आय अपेक्षित वृद्धि नहीं दिखा पा रही है और उसे मानवकृत AI जैसी प्रमुख प्रवृत्तियों से भी अभी लाभ नहीं मिला है।

निवेशकों के लिए बुरी खबर

कंपनी की अंतिम आय रिपोर्ट जिसमें समायोजित मुनाफे में कमी और नकारात्मक मार्गदर्शन शामिल था, ने निवेशकों को झकझोर कर रख दिया। इंटेल का स्टॉक साल दर साल 57% गिर चुका है, जबकि एस एंड पी 500 में 12% की वृद्धि देखी गई है।

इसके अतिरिक्त, कंपनियों के बांड भी त्रस्त हो गए हैं, बांडों के स्प्रेड्स में 15-20 बेसिस पॉइंट्स का विस्तार देखा गया है और एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने इंटेल की ए-माइनस रेटिंग को ‘क्रेडिटवॉच नेगेटिव’ में डाल दिया है। मूडीज ने भी फरवरी में ए2 से गिरा कर इंटेल की क्रेडिट रेटिंग को A3 कर दिया था।

इंटेल का स्टॉक 9 जुलाई 2024 के बाद सबसे खराब एक-दिवसीय गिरावट का सामना कर रहा है, जिसमें सुबह के कारोबार में 28% की गिरावट दर्ज की गई। कंपनी के पास $52 बिलियन से अधिक के बांड हैं, जिनमें से $3.75 बिलियन 2025 में मच्योर होने वाले हैं।

भविष्य की चुनौतियां और अनिश्चितताएं

इस वित्तीय संकट और व्यापक पुनर्गठन प्रयासों ने इंटेल की व्यापार प्रतिस्पर्धा और स्वस्थ वृद्धि को बनाए रखने की क्षमता पर सवाल खड़ा कर दिया है। इन सबके बीच, कंपनी भविष्य की तकनीकी प्रवृत्तियों को समायोजित करने और विकास के नए अवसरों को हथियाने के लिए संघर्ष कर रही है।

कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि वह अपने पिछले लाभांश को बंद कर देगी, जिससे निवेशकों में और भी निराशा फैल गई है। स्टेसी रासगॉन के अनुसार, इंटेल के ये सभी निराशाजनक आंकड़े और प्रयास लंबे समय तक निवेशकों की नजर से छिप नहीं सकते।

दीर्घकालिक रणनीति की आवश्यकता

विश्लेषकों का मानना है कि इंटेल को अब अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों और रणनीतियों पर पुनर्विचार करना चाहिए। कंपनी को अपने उत्पाद नवाचारों को बढ़ावा देने, अनुसंधान और विकास में अधिक निवेश करने और नई बाजार प्रवृत्तियों को अपनाने की आवश्यकता है।

कंपनी के सामने अब एक बड़ी चुनौती है: अपने अस्तित्व को बनाए रखना और बाजार में अपनी जाती साख को फिर से स्थापित करना। यह केवल लागत कटौती और कर्मचारियों की छंटनी से संभव नहीं हो सकता, बल्कि इसके लिए दीर्घकालिक रणनीतिक सोच और ठोस कार्यवाही की आवश्यकता है।

अगले कुछ साल इंटेल के लिए निर्णायक हो सकते हैं, और सभी की नजरें इसी बात पर टिकी हैं कि कंपनी इस संकट से कैसे उभरती है और अपने भविष्य को कैसे संवारती है।

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