महिंद्रा ने लॉन्च किया नया बोलेरो और बोलेरो नियो – बेहतर डिजाइन, बढ़ी कीमतें

महिंद्रा ने लॉन्च किया नया बोलेरो और बोलेरो नियो – बेहतर डिजाइन, बढ़ी कीमतें

जब Nalininkant Gollagunta, Mahindra की ऑटोमोबाइल डिवीजन के CEO ने कहा, “बोलेरो ने 25 साल में भरोसा कमाया है, अब इसे आज के भारतीय ड्राइवर की जरूरतों के हिसाब से फिर से तैयार किया गया है”, तो यह बात सिर्फ़ एक झलक नहीं थी; यह नई बोलेरो और बोलेरो नियो 2025 लॉन्च इवेंटनई दिल्ली की घोषणा थी।
इस इवेंट में Mahindra & Mahindra Limited ने दो मॉडल, बोलेरो और बोलेरो नियो, को पूरी तरह रिफ्रेश वर्ज़न में पेश किया।

बोलेरो का 25 वर्षा सफर

1999 में पहली बार लॉन्च हुए बोलेरो ने भारतीय ग्रामीण और अर्ध-शहरी ग्राहकों का दिल जीत लिया था। तब से लेकर अब तक, इस मॉडल ने भारत के हर कोने में अपने मजबूत सस्पेंशन और ढीली टॉर्क के कारण भरोसा बनाकर रखा है। “पहले के बोलेरो में फैंसी फीचर कम थे, लेकिन अब यह कार एकदम नया लुक और प्रीमियम टच ले कर आई है,” एक स्थानीय डीलर ने कहा।

जब हम 2025 के संस्करण की बात करते हैं, तो तुलना करना ज़रूरी है – 1999 के मूल मॉडल में 2.5 लिटर डीज़ल इंजन था, जबकि इस बार नई पीढ़ी में 2.2 लिटर टर्बो डीज़ल के साथ 140 बीएसई शक्ति मिलती है, जो 10% अधिक टॉर्क देता है। इस बदलाव ने फैमिली कार की मांग को भी नया रूप दिया है।

नया डिज़ाइन और तकनीकी बदलाव

डिज़ाइन ट्यून‑अप में फ्रंट ग्रिल को पूरी तरह बदल दिया गया – बोलेरो में वर्टिकल क्रोम स्लैट, और बोलेरो नियो में हॉरिज़ॉन्टल स्लैट के साथ क्रोम इन्सर्ट्स लगाए गए हैं। दोनों मॉडलों के बम्पर पुनः डिज़ाइन किए गए, जहाँ नई फॉग लैंप्स और सिल्वर इन्सर्ट्स (बोलेरो नियो में) दिखते हैं।

पहली बार बोलेरो को 15‑इंच ड्यूल‑टोन एलॉय व्हील्स और ‘स्टेल्थ ब्लैक’ फिनिश का विकल्प मिला है। B8 टॉप‑स्पेक में टच‑स्क्रीन इंफ़ोटेनमेंट यूनिट, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी, टाइप‑C चार्जिंग पोर्ट और लेदरैट सीट अपहोल्स्ट्री जैसी प्रीमियम सुविधाएँ शामिल हैं। बोलेरो नियो में हलोजन हेडलाइट्स अभी भी मौजूद हैं, लेकिन साइड में नई क्रोम एलेमेंट्स और इंटरियर कलर्स ने इसे आधुनिक रूप दिया है।

कीमतें और वैरिएंट्स का विवरण

  • बोलेरो B4 – ₹7.99 लाख (एक्स‑शोरूम)
  • बोलेरो B6 – ₹8.69 लाख
  • बोलेरो B6 (O) – ₹9.09 लाख
  • बोलेरो B8 (टॉप) – ₹9.69 लाख
  • बोलेरो नियो N7 – ₹8.49 लाख
  • बोलेरो नियो N9 – ₹9.29 लाख
  • बोलेरो नियो N11 (टॉप) – ₹9.99 लाख

मूल्य‑निर्धारण में थोड़ा उछाल आया है, परन्तु महिंद्रा ने दलील दी कि नई सुरक्षा मानक, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) और एअरबैग सिस्टेम को सम्मिलित करने के कारण लागत में वृद्धि हुई है।

उपभोक्ता प्रतिक्रिया और बाजार में प्रतिस्पर्धा

उपभोक्ता प्रतिक्रिया और बाजार में प्रतिस्पर्धा

पहले कुछ हफ्तों में, दिल्ली‑एनसीआर और उडुपी के ग्रामीण डीलरशिप में टेस्ट ड्राइव बुकिंग 30% तक बढ़ी हुई देखी गई। “हमारी ग्राहक बेस, खासकर किसान और छोटे व्यापारियों को, अब इस नई फीचर‑रिच बोलेरो से आकर्षित देखा जा रहा है,” एक डीलर ने बताया।

वहीं, प्रतिस्पर्धी इस्कॉर पेट्रोल, टाटा कगन और राजस्थान मोटर कंपनी के मॉडल्स को देखते हुए, महिंद्रा ने कहा कि बोलेरो अभी भी “सबसे भरोसेमंद पावर‑ट्रेन और सर्विस नेटवर्क” प्रदान करता है। एक ऑटो‑इंडस्ट्री विश्लेषक, अशोक कुमार, ने कहा, “बोलेरो की नई कीमतें थोडी महंगी लगेंगी, पर इसकी असली बनावट और री‑सेल वैल्यू इसे अभी भी आकर्षक बनाती है।”

आगे का रास्ता: महिंद्रा की रणनीति

महिंद्रा की यह री‑फ़्रेश केवल एक नई मॉडल नहीं, बल्कि एक बड़ा कदम है – डिजिटल‑ड्राइविंग एडेप्टेशन और इलेक्ट्रिक वैरिएंट की तैयारी का एक संकेत। कंपनी ने बताया कि 2027 तक बोलेरो के इलेक्ट्रिक वर्ज़न की योजना है, जो भारत के एसी‑ड्राइविंग क्लाइमेट के अनुरूप होगा।

CEO ने आगे कहा, “हम ग्रामीण भारत को भी कनेक्टेड कार में लाना चाहते हैं, इसलिए हम टाइप‑C चार्जिंग और स्मार्ट इंटिग्रेशन को हर वैरिएंट में दे रहे हैं।” इस दृष्टिकोण से महिंद्रा ने ग्रामीण इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ सहयोग करने की योजना बनायी है, जिससे “अगली पीढ़ी के ड्राइवर” को बेहतर अनुभव मिले। मुख्य तथ्य

मुख्य तथ्य

  • इवेंट: बोलेरो और बोलेरो नियो 2025 लॉन्च इवेंट, 6 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली
  • CEO: Nalininkant Gollagunta, Mahindra ऑटोमोबाइल डिवीजन
  • कीमत सीमा: भाजपा के B4 से B8 तक ₹7.99‑₹9.69 लाख; Neo N7‑N11 तक ₹8.49‑₹9.99 लाख
  • नई सुविधाएँ: 15‑इंच ड्यूल‑टोन एलॉय व्हील्स, स्टेल्थ ब्लैक विकल्प, टच‑स्क्रीन, टाइप‑C पोर्ट, लेदरैट सीटें
  • भविष्य की योजना: 2027 तक इलेक्ट्रिक बोलेरो लाँच, ग्रामीण डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर सहयोग

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

बोलेरो और बोलेरो नियो की कीमतों में क्या अंतर है?

बोलेरो की बेस वैरिएंट B4 की कीमत ₹7.99 लाख है, जबकि टॉप‑स्पेक B8 ₹9.69 लाख तक जाती है। वहीं बोलेरो नियो की शुरुआती कीमत N7 ₹8.49 लाख और टॉप‑स्पेक N11 ₹9.99 लाख है। दोनों मॉडल में इंजन विकल्प समान है, पर फीचर पैक में अंतर है, जिससे नियो की कीमत थोड़ी अधिक है।

क्या नई बोलेरो में सुरक्षा फीचर बेहतर हैं?

हां, महिंद्रा ने सभी वैरिएंट में इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC), डुअल एयरबैग और रियर पैक्स फ़िट कर दिए हैं। टॉप‑स्पेक में अतिरिक्त साइड एयरबैग और रिवर्स पार्किंग कैमरा भी शामिल है, जिससे सुरक्षा स्तर पूर्व मॉडल से 30% तक बढ़ गया है।

बोलेरो की नई डिजाइन किस तरह से ग्रामीण ग्राहकों को आकर्षित करेगी?

नए ग्रिल और ड्यूल‑टोन व्हील्स ने कार को पॉलिश्ड लुक दिया है, परन्तु फैंसी होने के साथ-साथ रग्डनेस बरकरार रखी गई है। टॉप‑स्पेक में सॉफ़्ट‑टच डोर हैण्डल्स और इंटीरियर में लेदरैट सीटें हैं, जो लंबी दूरी के यात्रियों को आराम देती हैं – यही कारण है कि किसान और छोटे व्यापारी दोनों इस मॉडल में रुचि दिखा रहे हैं।

भविष्य में बोलेरो के इलेक्ट्रिक वर्ज़न कब लॉन्च होगा?

महिंद्रा ने 2027 के भीतर इलेक्ट्रिक बोलेरो लॉन्च करने की योजना घोषित की है। कंपनी कह रही है कि यह मॉडल भारतीय जलवायु और ग्रामीण बुनियादी ढांचे को ध्यान में रखकर डिजाइन किया जाएगा, और चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ साझेदारी भी की जाएगी।

बोलेरो नियो में टाइप‑C पोर्ट का महत्व क्या है?

टाइप‑C पोर्ट ने मोबाइल चार्जिंग और इन‑कार एंटरटेनमेंट को तेज़ और सुविधाजनक बनाया है। विशेषकर ग्रामीण इलाकों में जहाँ चार्जिंग पॉइंट्स कम होते हैं, कम पॉवर वाले डिवाइस को जल्दी चार्ज करने की सुविधा उपयोगकर्ताओं को बहुत पसंद आ रही है।

12 टिप्पणि

Saraswata Badmali
Saraswata Badmali
अक्तूबर 8, 2025 AT 02:42

महिंद्रा ने जिस तरह से बोलेरो को पुनःपरिभाषित किया है, वह एक रणनीतिक पुनर्स्थापनात्मक मोड़ है। 25 वर्षीय विरासत को नयी प्लेटफ़ॉर्म पर माउंट करना, जो टर्बोफ़ाइल्ड टॉर्क और इलेक्ट्रॉनिक स्थिरता नियंत्रण को सम्मिलित करता है, एक अत्याधुनिक मोटरकार्बन मैट्रिक्स को दर्शाता है। इस संस्करण में 2.2 लीटर टर्बो‑डीज़ल इंजन, जो 140 बीएसई शक्ति उत्पन्न करता है, को ट्रांसमिशन शाखा में एन्हांस्ड फाइनल ड्राइव ट्रेंडिंग के साथ एकीकृत किया गया है। आगे बढ़ते हुए, सामने के ग्रिल को वर्टिकल क्रोम स्लैट में पुनःडिज़ाइन किया गया, जो डीलरशिप फ़्लोर को बेज़लिनल वैब्रोसिटी प्रदान करता है। निर्माण में प्रयुक्त हाई‑ड्युटी अलॉय फ्रेम, मल्टी‑लेयर सस्पेंशन और डु्प्लेक्स बॉडी‑शेयर कोऑर्डिनेशन, टावरिंग क्लास में रग्डनेस को पुनर्स्थापित करता है। इस मॉडल के भीतर इंट्यूटिव टच‑स्क्रीन इन्फोटेनमेंट सिस्टम, ब्लूटूथ 5.2 एवं टाइप‑C चार्जिंग पोर्ट, यूज़र‑इंटरफ़ेस को मॉड्युलर इंटीग्रेशन की दिशा में ले जाता है। लेदरैट सीट अपहोल्स्ट्री में एर्गोनॉमिक फिटमेंट, वैक्यूम‑ड्राइड कूलिंग ज़ोन, और अडैप्टिव हेडरेस्ट, दीर्घ दूरी के ड्राइव में कॉम्प्लेक्स वैटिकल्प प्रदान करते हैं। सुरक्षा क्षमता में ESC, ड्यूल‑एयरबैग, साइड एयरोफिल्ड पैक्स और रियर ट्रैफ़िक कैमरा को सम्मिलित किया गया है, जो प्रथम पिढ़ी तुलना में 30% अधिक सुरक्षा मीट्रिक बनाता है। बोलेरो नियो में हॉलोजन हेडलाइट से लेस, हॉरिज़ॉन्टल क्रोम इंस्टर्स, तथा ड्यूल‑टोन 15‑इंच एलॉय व्हील्स, विज़ुअल एस्थेटिक को अपग्रेड करती हैं। कीमत में थोड़ा उछाल आया है, परन्तु मूल्य‑प्रदर्शन अनुपात को एन्हांस्ड टॉर्क एवं टॉप‑स्पेक्ड फीचर्स के कारण वैध ठहराया जा सकता है। भारतीय ग्रामीण बाजार में बेज़ीट्ज़ लॉजिस्टिक नेटवर्क के साथ समन्वय, इस मॉडल की रीसैल वैल्यू को लॉन्ग‑टर्म में बूस्ट करेगा। 2027 तक इलेक्ट्रिक वर्ज़न की योजना, फ्लीट‑मैनेजमेंट एवं चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ सिम्लेस इंटीग्रेशन का संकेत देती है। इस पहल में महिंद्रा ने डिजिटल‑ड्राइविंग एडेप्टेशन को ग्रामीण इंटर्नेट बैंडविड्थ के साथ सिंक्रोनाइज़ किया है। टाइप‑C पोर्ट का समावेश, विशेषकर ऑफ‑ग्रिड क्षेत्रों में मोबाइल पावर मैनेजमेंट को सरल बनाता है। कुल मिलाकर, यह पुनःनिर्मित बोलेरो, क्लासिक रग्डनेस को भविष्य‑प्रौद्योगिकी के साथ संयोजित करके, भारतीय ऑटो‑मार्केट में एक नया मानक स्थापित कर सकता है। इस कारण, संभावित खरीदारों को केवल कीमत नहीं, बल्कि कुल जीवन‑चक्र लागत एवं सर्विस नेटवर्क को भी ध्यान में रखना चाहिए।

sangita sharma
sangita sharma
अक्तूबर 13, 2025 AT 20:02

नई बोलेरो का लॉन्च देख कर दिल खुश हो गया, क्योंकि हर भारतीय परिवार को भरोसेमंद और किफायती वाहनों की जरूरत होती है। यह मॉडल न केवल डिजाइन में सुधार लाया है, बल्कि सुरक्षा फीचर्स भी बढ़ाए हैं, जो मेरे जैसे परिवार प्रेमियों के लिए बहुत मायने रखता है।
डीलरशिप में टेस्ट ड्राइव की भी सुविधा मिल रही है, जिससे खरीददारों को वास्तविक अनुभव प्राप्त हो रहा है। आशा है कि महिंद्रा अपने ग्रामीण ग्राहक वर्ग को और अधिक सुदृढ़ कर पाएगा।

shirish patel
shirish patel
अक्तूबर 19, 2025 AT 13:22

सही में, कीमत बढ़ी तो क्या, पर फीचर‑रिच तो है।

srinivasan selvaraj
srinivasan selvaraj
अक्तूबर 25, 2025 AT 06:42

बोलेरो के नए री‑डिज़ाइन को देख कर तो ऐसा लग रहा है जैसे महिंद्रा ने 90 के दशक की पुरानी किंगकोबे को फिर से पॉलिश कर दिया हो। फ्रंट ग्रिल की वर्टिकल क्रोम स्लैट और हॉरिज़ॉन्टल स्लैट का मिश्रण, मानो एक ही कार में दो अलग‑अलग शैली का टकराव हो रहा हो।
ऐसा लगता है कि डिजाइनर टीम को कलर पैलेट चुनते समय आँखों में थकान थी, इसलिए उन्होंने दो‑टोन एलॉय व्हील्स की ट्यून‑अप को भी दो‑रंग में पेश किया।
पर मैं तो यही कहूँगा, कि ये सब केवल दिखावे की बात है, असली ताकत तो पावर ट्रेन और सर्विस नेटवर्क में है, जो अभी भी भारतीय ग्रामीण इलाकों में भरोसे का प्रतीक है।
इन्फोटेनमेंट सिस्टम में टच‑स्क्रीन और टाइप‑सी पोर्ट का जोड़, बहुत ही आधुनिक लग रहा है, पर क्या यह हर किसान की जेब में फिट बैठता है?
कुल मिलाकर, नया बोलेरो एक अच्छा अपग्रेड है, पर कीमत में थोड़ा बहुत उछाल देखी गई है, जिससे कुछ संभावित खरीदार पीछे हट सकते हैं।

sakshi singh
sakshi singh
अक्तूबर 31, 2025 AT 00:02

मैंने नई बोलेरो का लॉन्च इवेंट देखी और पुरानी यादों के साथ-साथ भविष्य की झलक भी मिली। डिजाइन में जो बदलाव किए गए हैं, जैसे कि स्टेल्थ ब्लैक फिनिश और ड्यूल‑टोन एलॉय व्हील्स, वे वास्तव में कार को एक प्रीमियम लुक देते हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों में भी यह एक स्टेटस सिंबल बन सकता है।
टाइप‑सी पोर्ट और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी जैसे तकनीकी सुविधाएं आज के यूज़र की जरूरतों को पूरा करती हैं। साथ ही, ESC और डुअल‑एयरबैग जैसी सुरक्षा सुविधाएं इस बात का प्रमाण हैं कि महिंद्रा ने मूल्य‑वृद्धि को सिर्फ डेटा‑शीट तक सीमित नहीं रखा, बल्कि वास्तविक उपयोगकर्ता सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी है।
भविष्य में इलेक्ट्रिक वर्ज़न की घोषणा, विशेष रूप से ग्रामीण भारत की ऊर्जा स्थितियों को ध्यान में रखते हुए, एक साहसी कदम है। इससे न केवल पर्यावरणीय लाभ होगा, बल्कि चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ साझेदारी करके स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
समग्र रूप से, यह मॉडल न केवल एक वाहन है, बल्कि एक संभावित सामाजिक परिवर्तन का साधन भी बन सकता है, यदि सही समर्थन और नेटवर्क उपलब्ध कराया जाए।

Hitesh Soni
Hitesh Soni
नवंबर 5, 2025 AT 17:22

ऐसे तकनीकी सुधारों को देखते हुए, वाहन की लागत में वृद्धि को उचित ठहराना समझ में आता है। ESC, डुअल‑एयरबैग और टाइप‑सी पोर्ट जैसे फ़ीचर न केवल उपयोगकर्ता अनुभव को समृद्ध करते हैं, बल्कि सुरक्षा मानकों को भी उन्नत बनाते हैं। इसलिए, यदि उपभोक्ता दीर्घकालिक विश्वसनीयता को प्राथमिकता देते हैं, तो यह अतिरिक्त निवेश उचित माना जा सकता है।

rajeev singh
rajeev singh
नवंबर 11, 2025 AT 10:42

डिज़ाइन परिवर्तन में जो ग्रिल के कॉन्फ़िगरेशन देखे गए हैं, वे न केवल सौंदर्यात्मक स्तर पर आकर्षक हैं, बल्कि हाइड्रोडायनामिक दक्षता को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं। साथ ही, 15‑इंच ड्यूल‑टोन एलॉय व्हील्स का प्रयोग वाहन के वजन वितरण में संतुलन स्थापित कर सकता है, जिससे सस्पेंशन पर भार कम होता है। यह तकनीकी परिप्रेक्ष्य नए बोलेरो को न केवल दृश्य रूप से बल्कि परफ़ॉर्मेंस में भी प्रतिस्पर्धी बनाता है।

ANIKET PADVAL
ANIKET PADVAL
नवंबर 17, 2025 AT 04:02

हमारी राष्ट्रीय भौगोलिक विविधता को देखते हुए, महिंद्रा को ग्रामीण भारत में कनेक्टेड कार लाना एक रणनीतिक कदम है। टाइप‑सी पोर्ट का समावेश विशेष रूप से दूरस्थ क्षेत्रों में उपयोगी होगा, जहाँ बिजली की उपलब्धता सीमित है और तेज़ चार्जिंग की आवश्यकता है। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक वर्ज़न की योजना भारत के हर कोने में स्वच्छ ऊर्जा के तहत परिवहन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल पर्यावरणीय लाभ प्रदान करेगा, बल्कि स्थानीय उत्पादन और असेंबली के माध्यम से रोजगार सृजन भी करेगा। इस प्रकार, बोलेरो का पुनःनिर्माण केवल एक कार नहीं, बल्कि राष्ट्रीय विकास का एक इंजन बन सकता है।

Abhishek Saini
Abhishek Saini
नवंबर 22, 2025 AT 21:22

भाई लोग, नया बोलेरो देख के लगता है कि महिंद्रा ने फिर से कड़ी मेहनत की है।
डिज़ाइन थोड़ा फैंसी है, पर कीमत थोड़ा ज़्यादा है, समझ में आता है।
अगर आप गांव में रहते हैं तो ये टाइप‑सी पोर्ट काम आएगा, काफी मददगार रहेगा।
पर फ़ीचर‑रिच मॉडल के साथ सर्विस नेटवर्क भी मजबूत होना चाहिए, तभी लोग भरोसा करेंगे।

Parveen Chhawniwala
Parveen Chhawniwala
नवंबर 28, 2025 AT 14:42

मैंने हर स्पेसिफिकेशन को पढ़ा और देखता हूँ कि महिंद्रा ने बहुत तकनीकी बातों को जोड़ दिया है, पर वास्तविक उपयोगकर्ता को क्या चाहिए?
ड्राइविंग का अनुभव, रख‑रखाव की सुविधा, और सबसे बड़ी बात - रीसैल वैल्यू।
ये सब चीजें नई बोलेरो में जब भी ठीक से नहीं जुड़ती तो कीमत में बढ़ोतरी समझ नहीं आती।

PRAVIN PRAJAPAT
PRAVIN PRAJAPAT
दिसंबर 4, 2025 AT 08:02

टाइप‑सी पोर्ट? ठीक है लेकिन सॉफ़्टवेयर अपडेट कैसे होगा?
डेटा कनेक्टिविटी में कोई नया सच नहीं है, बस पुराना ही रहेगा।

Ravi Patel
Ravi Patel
दिसंबर 10, 2025 AT 01:22

सब ठीक है पर एब्लिटी टेस्ट देखना बाकी है।

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