मैनचेस्टर यूनाइटेड: निराशाजनक परिणामों के बावजूद नए मार्गदर्शन की ओर
मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए वर्तमान समय में एक बड़े परिवर्तन की आवश्यकता है। क्लब के नए प्रबंधक रूबेन अमोरीम के पास अब यह जिम्मेदारी है कि वे टीम को इस कठिन परिस्थिति से निकालें और प्रीमियर लीग में एक बार फिर अपनी पकड़ मजबूत करें।
नॉटिंघम फॉरेस्ट के खिलाफ 3-2 की हार ने यह स्पष्ट कर दिया कि यूनाइटेड को अपनी रणनीति में बदलाव करने की आवश्यकता है। यह हार टीम के लिए न केवल पिछले 30 वर्षों में ओल्ड ट्रैफर्ड में फॉरेस्ट का पहला जीत चिह्न बना बल्कि प्रीमियर लीग तालिका में यूनाइटेड को 13वें स्थान पर भी धकेल दिया। इससे क्लब के अंक और प्रदर्शन में जो कमी आई है, वह 1986-87 के सीजन के बाद सबसे कम अंक दर्ज करना है।
अमोरीम की रणनीति: धैर्य और मेहनत की आवश्यकता
रूबेन अमोरीम, जो पहले स्पोर्टिंग सीपी के लिए काम कर चुके हैं और उन्हें दो बार पुर्तगाली लीग खिताब भी दिलवा चुके हैं, विस्तार से जानते हैं कि सफलता पाने के लिए धैर्य की जरूरत होती है। उनका मानना है कि खेल के छोटे-छोटे पहलुओं में सुधार करना ही मुख्य कुंजी होगा। अमोरीम ने दर्शाया कि कैसे टीम को अपने कार्यशीलता को सुधारने की आवश्यकता है, खासकर जब विरोधी टीम के पास गेंद होती है। उन्होंने निष्कर्ष दिया कि 'आप तेज नहीं हो सकते, लेकिन ज्यादा दौड़ सकते हैं।'
उन्होंने टीम के नए खिलाड़ियों के लिए भी एक कड़ा संदेश दिया है। अमोरीम ने कहा कि अगर टीम को प्रीमियर लीग जीतना है तो उसे 'पागल कुत्तों की तरह दौड़ना' होगा। वे चाहते हैं कि उनके खिलाड़ी उनहर छोटी से छोटी बातों पर ध्यान दें और अपने खेल को बेहतर बनाने में जुट जाएं।
आंतरिक तैयारी और दीर्घकालिक विजन
अमोरीम का लक्ष्मीति दृष्टिकोण स्पष्ट है। वे मानते हैं कि कोई भी तात्कालिक समाधान क्लब के मौजूदा समस्या को हल नहीं कर सकता। उन्होंने यह स्वीकारा कि टीम की गुणवत्ता की कमी हार का एक प्रमुख कारण थी। परंतु, वे आशावान हैं कि दीर्घकालिक दृष्टिकोण और लगातार मेहनत से यह बदलाव सम्भव हो सकेगा।
अमोरीम दूसरी टीमों से प्रोत्साहन लेते हुए जानते हैं कि तमाम चुनौतियों के बावजूद, यदि टीम सही मार्ग पर चले और उनके साथ बुनियादी एवं मूल मंत्रणा पर काम करे तो निर्णायक सफलता पाई जा सकती है। उनका संदेश स्पष्ट है: 'हमारा प्रयास जारी रहना चाहिए, वही काम करना चाहिए। हम इसे बदल देंगे।'
रूबेन अमोरीम की प्रतिष्ठा और संपर्क
पूर्व पुर्तगाली लीग चैंपियन स्पोर्टिंग सीपी के प्रबंधन के दौरान, अमोरीम ने सफलता की नई ऊँचाईयों को छुआ। उनके इस अनुभव से वे मैनचेस्टर यूनाइटेड को भी उसी रास्ते पर लेकर आ सकते हैं। हालांकि, प्रबंधन की सामग्री, उद्यमी के साथ सामंजस्य और टीम की अस्थाई मजबूती हमेशा चुनौतीपूर्ण होती है, परंतु अमोरीम अपने साहस और विवेक से इसे संभालने में निपुण हैं।
बड़ी संरचनात्मक कार्य के लिए ऐसी मानसिकता का होना आवश्यक है और यूनाइटेड के प्रशंसक इसे समझते हैं। उन्हें विश्वास है कि अमोरीम सफल होंगे क्योंकि उनमें कुशल नेतृत्व की खूबियां कूट-कूट कर भरी हैं।
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15 टिप्पणि
यह सिर्फ एक हार नहीं है, यह एक सिस्टम का असफल होना है। रूबेन अमोरीम को बस दौड़ने का निर्देश नहीं देना चाहिए; उन्हें टीम के अंदर की राजनीति, बोर्ड की हस्तक्षेप, और खिलाड़ियों के अनुबंधों को समझना होगा। जब तक आप इन बातों को ठीक नहीं करते, तब तक आप बस एक बड़े ट्रैक पर छोटे-छोटे बदलाव कर रहे हैं।
अमोरीम बस एक और नए चार्ली फ्रैंक जैसे हैं... जो खुद को जीनियस समझते हैं लेकिन फैक्ट्स नहीं जानते। उनका 'पागल कुत्तों की तरह दौड़ो' वाला नारा? बेवकूफों के लिए बना हुआ है। यह फुटबॉल नहीं, एक बच्चों का खेल है। 😒
स्पोर्टिंग सीपी की सफलता का आधार व्यवस्थित युवा विकास था, न कि अल्ट्रा-एक्टिव ट्रेनिंग। यूनाइटेड के पास युवा टैलेंट नहीं है, बल्कि अत्यधिक वेतन वाले फ्लैशी खिलाड़ी हैं। अमोरीम को यह समझना होगा कि एक टीम को बनाने के लिए बुनियादी ढांचा चाहिए, न कि अभिनय।
हम सब जानते हैं कि यह सिर्फ ट्रेनिंग की बात नहीं है। यह तो अंदर की बीमारी है। जब तक लोगों के दिलों में यूनाइटेड का प्यार नहीं वापस आएगा, तब तक कोई भी ट्रेनर बचाव नहीं कर सकता। यह तो आत्मा की बात है।
अमोरीम को थोड़ा समय दो। वो अच्छा आदमी है। बस एक बार देखो कि वो कैसे ट्रेनिंग ग्राउंड पर खिलाड़ियों के साथ बात करते हैं। वो बस एक जीवन जी रहे हैं।
मैनचेस्टर यूनाइटेड अब एक बर्बर राज्य है जहाँ बोर्ड जीतने की बजाय ब्रांडिंग करता है। अमोरीम एक नौकर है। और हम सब बस एक बड़े स्टोरी के लिए देख रहे हैं। लेकिन अगर तुम्हें लगता है कि ये टीम जीतेगी तो तुम जागो भाई
क्या आपने कभी सोचा है कि अगर ग्लेन हैमर अब भी यहाँ होते तो क्या होता? यह टीम एक जगह है जहाँ लोग बहुत ज्यादा बातें करते हैं, लेकिन कुछ नहीं करते। अमोरीम के पास अब तक एक भी बड़ा फैसला नहीं हुआ है। बस बोलते रहे।
क्या आपने कभी विचार किया है कि जब हम एक टीम को बदलने की बात करते हैं, तो क्या हम अपने अपने विचारों को भी बदलने के लिए तैयार हैं? क्या हम वास्तव में एक नए दृष्टिकोण के लिए खुले हैं, या क्या हम बस एक नए नायक की तलाश में हैं जिसके लिए हम अपनी निराशा को बर्बाद कर सकें?
मैं तो बस इतना कहूँगा कि अगर यह टीम अपने अतीत के साथ बातचीत करना बंद कर दे, तो वो फिर से जीत सकती है। यह टीम नहीं, हमारा दिल टूटा है।
मैनचेस्टर यूनाइटेड का विरासत भारतीय संस्कृति के साथ एक अद्वितीय साम्य रखती है-जहाँ अनुशासन, समर्पण, और सामूहिक प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। अमोरीम की दृष्टि वास्तव में एक वैश्विक नेतृत्व की ओर इशारा करती है।
अमोरीम ने जो कहा वो सब ठीक है, लेकिन बस एक बात भूल गए-इस टीम के खिलाड़ी अभी भी एक दर्जन बार अपने बिल्डिंग के बाहर नाश्ता खा रहे हैं। तो अब जाकर बताओ कि वो दौड़ेंगे कैसे?
मुझे लगता है कि अमोरीम को अपने खिलाड़ियों के साथ ज्यादा समय बिताना चाहिए। बस एक बार उनके घर जाओ, उनके साथ चाय पीओ, उनकी बात सुनो। फिर तुम्हें पता चल जाएगा कि ये लोग क्या चाहते हैं।
मैं तो बस इतना कहूँगा कि अगर यह टीम एक दिन भी अपने अतीत के बारे में नहीं सोचेगी, तो वो भविष्य के लिए तैयार नहीं होगी। ये बदलाव धीरे-धीरे होगा। और ये अच्छा है।
अमोरीम के लिए बस एक बात कहूँगा-जब तक तुम अपने खिलाड़ियों को डराओगे, तब तक वो जीत नहीं पाएंगे। एक नेता को बात करनी चाहिए, डांटना नहीं।
क्या आप जानते हैं कि इस टीम के बोर्ड के पीछे एक गुप्त ग्रुप है जो लोगों को निराश करने के लिए इसे जानबूझकर खराब कर रहा है? ये सब एक बड़ा गेम है। अमोरीम भी उनका हिस्सा है। तुम लोग अभी भी उन पर भरोसा कर रहे हो? जागो। 😔