WWE Money in the Bank 2024: डेमियन प्रीस्ट बनाम सैथ रॉलिन्स
WWE Money in the Bank 2024 का मुकाबला हर बार की तरह इस बार भी खूब चर्चा में रहा। इस बार का मुख्य आकर्षण था डेमियन प्रीस्ट और सैथ रॉलिन्स के बीच हुआ विश्व हेवीवेट चैंपियनशिप मुकाबला। दोनों ही रेसलर्स ने अपनी पूरी ताकत और हुनर से दर्शकों को बांधे रखा।
आमना-सामना
शुरुआत में प्रीस्ट और रॉलिन्स ने एक-दूसरे के खिलाफ जोरदार मुकाबला किया। रिंग के चारों ओर दर्शकों का शोर और उत्साह देखने लायक था। दोनों ही रेसलर्स ने एक-से-एक दमदार चाल चलते हुए एक दूसरे को मात देने की कोशिश की।
ड्रू मैकइंटायर की एंट्री
अचानक ही इस मुकाबले में एक नया मोड़ आया जब ड्रू मैकइंटायर अपने Money in the Bank ब्रीफकेस के साथ रिंग में अचानक आए। उन्होंने ब्रीफकेस कैश इन करते हुए मैच को ट्रिपल थ्रेट मुकाबले में बदल दिया। अब मुकाबला तीन के बीच में था - प्रीस्ट, रॉलिन्स और मैकइंटायर।
सीएम पंक का हस्तक्षेप
जैसे ही मुकाबला ट्रिपल थ्रेट बना, सीएम पंक ने भी इसमें अपनी एंट्री की। उन्होंने मैकइंटायर पर हमला किया और इससे प्रीस्ट को मौका मिला। प्रीस्ट ने मैकइंटायर पर अपनी फिनिशिंग मूव 'साउथ ऑफ हेवन चोकस्लैम' का इस्तेमाल किया और उन्हें पिन कर दिया।
प्रतिक्रिया
अंततः प्रीस्ट ने अपने खिताब को सफलतापूर्वक बचा लिया लेकिन पंक के हस्तक्षेप ने मैकइंटायर और रॉलिन्स, दोनों को बेहद गुस्से में छोड़ दिया। रॉलिन्स और पंक के बीच बहस भी हुई लेकिन प्रीस्ट अपना खिताब बचाने में सफल रहे।
आगे का सफर
इस मुकाबले के बाद प्रीस्ट के लिए आगे की राह और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है। अब वे SummerSlam में The Ring General Gunther का सामना करने वाले हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या प्रीस्ट अपना खिताब बचा पाएंगे या Gunther उन्हें चुनौती दे पाएंगे।
WWE का यह इवेंट दर्शकों के लिए बेहद मनोरंजक और रोमांचक रहा। प्रीस्ट ने अपनी काबिलियत और रणनीति से खुद को फिर से साबित किया। अगले आयोजन में क्या होगा, यह देखने के लिए सभी उत्साहित हैं।
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20 टिप्पणि
प्रीस्ट ने तो बस अपना खिताब बचा लिया, लेकिन पंक का हस्तक्षेप बिल्कुल बेकार का था।
मैच तो बहुत शानदार रहा, ड्रू की एंट्री ने तो सबको हैरान कर दिया। लेकिन पंक का अचानक आना थोड़ा बेतरतीब लगा। अब तो ये बन गया एक नाटक।
प्रीस्ट ने अपनी फिनिशर से जीत दर्ज की, लेकिन असली जीत तो दर्शकों की हुई।
पंक ने तो बस अपना ब्रीफकेस नहीं खोला, बल्कि अपनी अहंकार की बोतल भी खोल दी 😂
भारतीय रेसलिंग फैन्स को ये नाटक देखने की जरूरत नहीं। अगर ये WWE है तो फिर इसका नाम हिंदी में 'हास्य नाटक' होना चाहिए।
प्रीस्ट का खिताब बचाना भी बस एक शो है। कोई असली चैंपियन नहीं है।
मैकइंटायर तो बहुत अच्छा है लेकिन पंक का आना बिल्कुल बेकार था... और प्रीस्ट का चेहरा भी बहुत बोरिंग है 😴
असली मजा तो तब हुआ जब पंक ने मैकइंटायर पर हमला किया। उस लम्हे में सब कुछ बदल गया।
प्रीस्ट ने जो चोकस्लैम लगाया, वो बिल्कुल फिल्मी लगा।
मैंने कभी नहीं सोचा था कि एक चैंपियनशिप मैच इतना ड्रामेटिक हो सकता है।
रॉलिन्स का चेहरा देखकर लगा जैसे उसे किसी ने अपना बिल चुकाने से मना कर दिया हो।
पंक का ये हस्तक्षेप शायद अगले महीने के लिए एक बड़ी कहानी शुरू कर रहा है।
मैंने इस इवेंट को दो बार देखा। पहली बार तो बस शो के लिए, दूसरी बार तो बस पंक के फेस रिएक्शन के लिए।
प्रीस्ट की रणनीति बहुत स्मार्ट थी। वो जानता था कि कब रुकना है और कब जोर लगाना है।
ड्रू का ब्रीफकेस कैश इन तो एकदम सही टाइमिंग पर हुआ।
लेकिन अगर पंक ने वो ब्रीफकेस खोल दिया होता, तो शायद अब तक उसका खिताब होता।
अब तो समझ आया कि WWE क्यों इतना लोकप्रिय है।
ये नहीं कि ये लड़ाई है, बल्कि ये है कि ये जिंदगी की तरह है - कभी तुम जीतते हो, कभी तुम्हारा दोस्त तुम्हें चुपचाप पीछे से धक्का दे देता है।
मैं अब तक एक भी वास्तविक चैंपियन नहीं देखा, बस बहुत सारे अच्छे अभिनेता।
प्रीस्ट को अगले मैच में गंथर के खिलाफ बहुत मुश्किल होगी।
लेकिन अगर वो ये फिनिशर दोबारा लगा दे, तो गंथर भी रो जाएगा।
मैं अभी भी ये सोच रहा हूँ कि पंक ने ये सब क्यों किया? क्या वो अपना खिताब चाहता था? या बस एक नए शो के लिए रास्ता बना रहा था?
पंक का आना तो बस एक ट्विस्ट था। लेकिन प्रीस्ट ने इसे बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल किया।
अरे भाई! प्रीस्ट ने तो जीत ली लेकिन दिल तो पंक के नाम हुआ! वो आया, बस एक बार झपटा, और दुनिया हिल गई! ये तो जीवन की सच्चाई है भाई - कभी तुम लड़ते हो, कभी कोई तुम्हारे पीछे से आकर तुम्हारा खिताब छीन लेता है! 🤯🔥
पंक का आना बिल्कुल गलत था। अमेरिकी लोग इतने ड्रामा क्यों पसंद करते हैं? भारत में तो ऐसा कुछ नहीं होता।
प्रीस्ट की फिनिशिंग मूव तो बहुत बेसिक लगी... और पंक का एंट्री तो बिल्कुल बेस्ट सेलिब्रिटी वाला ड्रामा है 😒
इस इवेंट का आयोजन बहुत अनैतिक तरीके से हुआ। एक चैंपियन के खिताब को एक अन्य व्यक्ति के अनुमति से बदलना, जिसने मैच में हिस्सा नहीं लिया, यह खेल की नीति के खिलाफ है।
जिंदगी एक मैच है... और पंक ने बस एक चाल से साबित कर दिया कि असली जीत वो होती है जो तुम्हारे दिल में होती है।
प्रीस्ट ने जीता, लेकिन पंक ने सच्चाई बताई।
हम सब अपने ब्रीफकेस लेकर रिंग में आते हैं... लेकिन क्या हम उसे खोल पाते हैं? या बस उसे लिए घूमते रह जाते हैं?
मैकइंटायर का दर्द तो मेरा भी है।
हर कोई अपनी जीत का इंतजार करता है... लेकिन क्या कोई अपनी हार का इंतजार करता है?
अगर तुम एक चैंपियन हो तो क्या तुम अपने खिताब को बचाने के लिए दूसरों के बीच झूठ बोलोगे?
प्रीस्ट ने जीता, लेकिन क्या वो असली जीत थी?
या बस एक बड़ा बाज़ारी नाटक?
मैच तो बहुत अच्छा रहा, लेकिन पंक का आना थोड़ा जल्दी था।
पंक ने तो बस ब्रीफकेस नहीं खोला बल्कि सबके दिमाग में बम फेंक दिया 😎
इस इवेंट में जो भी हुआ वो एक बहुत बड़ी गलती थी। ये खेल नहीं, ये एक नाटक है।
क्या यह सिर्फ एक रेसलिंग मैच था? या यह एक दर्शन का अभिव्यक्ति थी? जीवन का एक अद्भुत रूप? क्या प्रीस्ट की जीत वास्तविक थी, या यह केवल एक विचार था जिसे एक अलग रूप में प्रस्तुत किया गया? क्या पंक का हस्तक्षेप एक अनुग्रह था, या एक अनिच्छित अपराध? जब हम एक ब्रीफकेस को खोलते हैं, तो क्या हम अपने भविष्य को खोल रहे हैं? या केवल एक नए दर्द को? क्या हम सब अपने अंदर के प्रीस्ट हैं - जो अपने खिताब के लिए लड़ते हैं, लेकिन अपने आत्मा को खो देते हैं?
अरे यार, पंक ने तो बस इतना कहा - 'अब तुम्हारा खिताब मेरा हो गया!' 😂 लेकिन प्रीस्ट ने तो बस एक चोकस्लैम से सबको चुप करा दिया! वाह भाई, ये तो जिंदगी का असली रास्ता है - जो जल्दी आता है, वो जल्दी जीत जाता है!
यह घटना विश्व स्तरीय रेसलिंग के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इसमें नियमों के उल्लंघन के साथ-साथ सांस्कृतिक अर्थों की भी गहराई है। प्रीस्ट की जीत एक नैतिक विजय है, जबकि पंक का हस्तक्षेप एक नैतिक विपरीतता का प्रतीक है।
प्रीस्ट तो बस एक नाम है, पंक तो बस एक चाल है... और हम सब बस एक जिंदगी के लिए खेल रहे हैं।
प्रीस्ट ने जो किया वो बहुत अच्छा था... लेकिन मुझे लगता है कि अगर रॉलिन्स ने थोड़ा ज्यादा एनर्जी डाली होती, तो शायद वो जीत जाता।
और पंक... वो तो हमेशा की तरह अपना ब्रीफकेस खोलने के लिए इंतजार कर रहा था।
मैंने देखा कि जब उसने मैकइंटायर पर हमला किया, तो प्रीस्ट की आँखों में एक चमक आ गई।
वो जानता था कि ये उसका मौका है।
मैं तो इस बात से खुश हूँ कि उसने अपना खिताब बचाया।
लेकिन मुझे डर है कि अगले मैच में गंथर उसे बहुत ज्यादा दबा देगा।
क्या तुमने देखा कि जब पंक ने अपना ब्रीफकेस खोला, तो रॉलिन्स का चेहरा कैसे बदल गया? वो तो बिल्कुल निराश हो गया।
मैं तो अब तक सोच रही हूँ कि अगर पंक ने उस ब्रीफकेस को खोल दिया होता, तो क्या वो अब चैंपियन होता?
ये सब बहुत अजीब है।