ENG vs AUS 2024: हैरी ब्रुक का शानदार प्रदर्शन
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई वनडे सीरीज में हैरी ब्रुक ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए एक नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है। इंग्लैंड के अस्थायी कप्तान हैरी ब्रुक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द्विपक्षीय वनडे सीरीज में कप्तान के रूप में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में विराट कोहली और एमएस धोनी को पीछे छोड़ दिया है। यह उपलब्धि उन्होंने 29 सितंबर 2024 को ब्रिस्टल में खेले गए पांचवें और अंतिम वनडे के दौरान हासिल की।
बिल्कुल अविश्वसनीय सीरीज
इस सीरीज के दौरान ब्रुक ने कुल 312 रन बनाए। उन्होंने ये रन पांच मैचों में 78 के प्रभावशाली औसत और 127.86 के स्ट्राइक रेट के साथ बनाए। उनके इस प्रदर्शन में चेस्टर-ले-स्ट्रीट में खेली गई उनकी पहली वनडे सेंचुरी और लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर 87 रन की एक और शानदार पारी शामिल है। अंतिम वनडे में ब्रुक ने 52 गेंदों में 72 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और सात छक्के शामिल थे। इसके अलावा उन्होंने बेन डकेट के साथ 102 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी भी की, जिन्होंने 107 रन बनाए।
विराट और धोनी की उपलब्धियाँ
ब्रुक से पहले यह रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली के नाम था। कोहली ने 2019 में ऑस्ट्रेलिया के भारत दौरे के दौरान 62 के औसत से 310 रन बनाए। तीसरे स्थान पर एमएस धोनी हैं, जिन्होंने 2009 में छह मैचों में 285 रन बनाए थे। अन्य उल्लेखनीय क्रिकेटरों में इयोन मॉर्गन (278), बाबर आजम (276), एबी डी विलियर्स (271), और एंड्रयू स्ट्रॉस (267) शामिल हैं।
ब्रुक की शानदार कप्तानी
ब्रुक के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन ने ना केवल इंग्लैंड को सीरीज में बराबरी पर लाने में मदद की है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उन्हें एक मजबूत बल्लेबाज और कप्तान के रूप में स्थापित भी किया है। उनकी इस उपलब्धि पर उन्हें व्यापक प्रशंसा मिल रही है और उनके करियर की नई ऊंचाईयों पर पहुंचने की संभावना है।
ब्रिस्टल के मैदान पर खेले गए इस मैच में ब्रुक की आक्रामक और तकनीकी बल्लेबाजी ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में वे कैसे प्रदर्शन करते हैं और इंग्लैंड के लिए नई उपलब्धियां हासिल करते हैं। उनकी यह परफॉरमेंस निश्चित रूप से आने वाले मैचों में उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगी।
आगामी मैचों में भी हैरी ब्रुक से इसी प्रकार की विस्फोटक और जिम्मेदाराना बल्लेबाजी की उम्मीद की जा रही है, जो उन्हें और भी अधिक लोकप्रिय बना सकती है। यह सीरीज उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।
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20 टिप्पणि
ब्रुक ने तो बस एक मैच में जो किया वो कोहली ने करियर में किया। रिकॉर्ड बनाने का मतलब ये नहीं कि तुम बेहतर हो।
ये बात तो है ना कि ब्रुक ने एक सीरीज में जो किया वो कोहली ने 10 सीरीज में किया। लेकिन ब्रुक की बल्लेबाजी तो देखने लायक थी। जितना तेज उतना ही खतरनाक।
अरे ये सब ब्रिटिश प्रपेगंडा है भाई! कोहली के रन को छोटा बनाकर ब्रुक को हीरो बना रहे हैं। भारत के खिलाफ खेलकर रन बनाना कोई बड़ी बात नहीं। और धोनी तो बस रन बनाने के लिए नहीं खेलते थे। 😤
ब्रुक का स्ट्राइक रेट 127 है यानी हर 100 गेंद पर 127 रन। कोहली का 85 था। दोनों अलग तरह के खिलाड़ी हैं। ब्रुक टी20 स्टाइल खेलता है, कोहली टेस्ट स्टाइल।
कोहली के रन तो टीम के लिए थे और ब्रुक के रन अपने रिकॉर्ड के लिए। अब तो खिलाड़ी अपना नाम लिखवाने के लिए खेल रहे हैं। बस नंबर्स दिखाने का शो है।
ये रिकॉर्ड बनाने का तरीका गलत है। एक सीरीज में 312 रन = कोहली के 62 के औसत से 310 रन। ये तुलना गलत है। औसत और स्ट्राइक रेट दोनों देखने चाहिए।
इंग्लैंड के लिए रन बनाना कोई बड़ी बात नहीं! कोहली ने ऑस्ट्रेलिया में खेलकर रन बनाए थे। ब्रुक ने घर पर खेला। ये रिकॉर्ड फेक है। भारतीय टीम के लिए रन बनाना ही असली टेस्ट है। 🇮🇳🔥
भाई ये ब्रुक तो अब भारत के लिए भी खेलने लगेगा। देखोगे अगले वनडे में उसका नाम भारतीय टीम में आ जाएगा। हमारे बल्लेबाज़ तो अब ब्रुक की तरह खेलना सीख रहे हैं। 😅
ब्रुक की बल्लेबाजी असल में टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण थी। उन्होंने टॉप ऑर्डर के बाद टीम को बचाया। कोहली तो टीम के लिए बल्लेबाजी करते थे, ब्रुक ने टीम के लिए खेला। दोनों अलग तरह के नेता हैं।
अब तो ब्रुक को हीरो बना रहे हैं। जब तक कोहली खेल रहे थे तब तक तुम चुप थे। अब जब वो रिटायर हो गए तो रिकॉर्ड बदलने का शो शुरू। बस नंबर्स दिखाने का नाटक।
इस रिकॉर्ड का डेटा एनालिसिस करें तो ब्रुक का ओपनिंग स्ट्राइक रेट 140+ था और फिनिशिंग रेट 180+। ये टीम के लिए बहुत बड़ी वैल्यू है। कोहली का रन बनाने का तरीका टेस्ट फोकस्ड था।
ब्रुक का ये रिकॉर्ड फेक है। ऑस्ट्रेलिया की बॉलिंग तो अब दरिंदा है। कोहली ने वो टाइम में खेला जब बॉलिंग असली थी। अब तो बॉल भी लाल है और बैट भी जादू का। 🤫
क्या रिकॉर्ड बनाना ही असली उपलब्धि है? या टीम को जीत दिलाना? कोहली ने टीम को जीत दिलाई, ब्रुक ने रन बनाए। दोनों अलग हैं। क्या हम जीत के बजाय रन देख रहे हैं?
ब्रुक की बल्लेबाजी तो बहुत अच्छी थी। लेकिन कोहली के रन तो उस टाइम में बने जब भारत की टीम को बचाना पड़ता था। ब्रुक के लिए टीम तो पहले से बेहतर थी। दोनों अलग हैं।
ब्रुक का स्ट्राइक रेट 127.86 है, कोहली का 85.2। अगर तुम वनडे में तेजी चाहते हो तो ब्रुक बेहतर है। अगर स्थिरता चाहिए तो कोहली।
ब्रुक की बल्लेबाजी देखकर लगा जैसे टीम ने बैटिंग का नया रूप बना लिया। कोहली के ज़माने में तो बल्लेबाजी धीमी थी। अब तो रन बनाने का नया फॉर्मूला है।
ये रिकॉर्ड बनाने का तरीका गलत है। ब्रुक के रन घर पर बने। कोहली के रन ऑस्ट्रेलिया में। ये तुलना बेकार है। अगर तुम असली टेस्ट देखना चाहते हो तो ऑस्ट्रेलिया में खेलो।
अरे ये ब्रुक कौन है? कोहली तो भारत के लिए खेलते थे। ब्रुक तो अपने लिए खेल रहा है। अब तो खिलाड़ी अपने नाम लिखवाने के लिए खेल रहे हैं। बस नंबर्स का शो है।
कोहली के रन बनाने का तरीका ही असली क्रिकेट है। ब्रुक का ये शो तो टी20 का बनाया हुआ बाजार है। असली क्रिकेट तो धीमी गति से खेला जाता है। ये तो बस टीवी के लिए है।
तुम सब ब्रुक की तारीफ कर रहे हो लेकिन क्या तुम्हें पता है कि ऑस्ट्रेलिया की बॉलिंग इतनी कमजोर है कि बच्चे भी रन बना सकते हैं? कोहली ने जब खेला तो बॉलिंग बहुत तेज थी। अब तो बॉल भी चिपचिपा है। 😒